संवाददाता,पटना
राज्य में धार्मिक,ऐतिहासिक,सांस्कृतिक और इको टूरिज्म के कई महत्वपूर्णं स्थल हैं.इसका भ्रमण करने के लिए देश-विदेश से करोड़ों की संख्या में पर्यटक बिहार आते हैं.वर्ष 2023 में लगभग 8.21 करोड़ देशी-विदेशी पर्यटक आये थे. पर्यटकों को पर्यटन स्थलों पर मानक के अनुरूप मूलभूत जन सुविधाएं उपलब्ध हो इस दिशा में सरकार कार्य कर रही है.पर्यटन के क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित करने के लिये राज्य में पर्यटन नीति 2023 बनायी गयी है,जिसके तहत पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों को 30 फीसदी तक अनुदान का प्रावधान किया गया है.इस नीति का लाभ अधिक-से-अधिक निवेशकों को प्राप्त हो, इसके लिए राज्य में प्रमंडल स्तर पर पर्यटन नीति की विस्तृत जानकारी देने के लिए पर्यटन विभाग कार्यशाला आयोजित करने की योजना बनायी है.विभाग ने प्रमंडलीय आयुक्त से इस संबंध में तिथि व समय तय करने का आग्रह किया गया है, उनकी सहमति के उपरांत कार्यशाला का शुभारंभ कर दिया जायेगा.
लखीसराय के व्यवसायियों को बतायी पर्यटन नीति की खासियत
लखीसराय जिला प्रशासन द्वारा पुरातत्व, कला और विरासत के संरक्षण और संवर्द्धन के उद्देश्य से किया गया आयोजन में पर्यटन विभाग के निदेशक विनय कुमार राय ने पर्यटन नीति 2023 के बारे में जानकारी दी.उन्होंने कहा कि पर्यटन नीति 2023 के तहत आवेदन एसआइपीबी द्वारा ली जाती है.पर्यटन निदेशक ने राज्य में पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को इस नीति का लाभ उठाने का आग्रह किया.
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