पाकुड़. जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में गुरुवार को प्री-स्कूलिंग के लिए आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं को प्रशिक्षित करने को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के प्राचार्य मोहन झा, प्रभारी प्राचार्य राकेश रजक ने संयुक्त रूप से किया. कार्यशाला में जिले भर की आंगनबाड़ी सेविकाओं ने भाग लिया. कार्यशाला में उन्हें प्रारंभिक बाल्यावस्था की देखभाल एवं शिक्षा के तहत सशक्त बनाने को लेकर प्री-स्कूलिंग सुविधा मुहैया कराने तक की जानकारी दी गई. मौके पर संस्थान के प्राचार्य मोहन झा ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी में आ रहे 3 से 6 वर्ष के बच्चों को उनके नजदीकी प्राथमिक विद्यालय में आने के लिए लिए प्रेरित करना है. प्रशिक्षण में बच्चों के साथ कैसे सामंजस्य स्थापित कर उन्हें बैठाया जाय को लेकर जानकारी दी गयी है. बताया कि ठंड का मौसम है ज्यादातर बच्चे विद्यालय आने में आना कानी करते हैं. ऐसे में बच्चे किस प्रकार विद्यालय आएं इसकी जानकारी दी गयी है. इसके अलावा बच्चों के नामकरण को लेकर भी अवगत कराया गया है. बताया गया है कि शुरुआत के पांच वर्ष फाउंडेशन स्टेज कहलाता है. इस स्टेज में प्री-प्राइमरी स्कूल की शिक्षा तीन साल तक की होती है. पहले जहां सरकारी स्कूलों में दाखिला 6 वर्ष में होता था, वहीं अब तीन साल में ही बच्चों का नामांकन होगा. इस स्टेज में बच्चों को परीक्षा नहीं देना होगा. इससे बच्चों में परीक्षा का भय, डर नहीं होगा.
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