भेड़-बकरियों को पीपीआर से बचाने के लिए जेएसएलपीएस चला रही है टीकाकरण अभियान

ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत पलाश जेएसएलपीएस के सौजन्य से हिरणपुर प्रखंड की आजीविका पशु सखी द्वारा पीपीआर कंट्रोल प्रोग्राम चलाकर बकरियों का टीकाकरण किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 12, 2024 5:22 PM

हिरणपुर. प्रखंड क्षेत्र के पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है. अब पीपीआर रोग से उनकी भेड़ व बकरियां पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगी. ये घातक रोग है, जिसकी वजह से भेड़-बकरियों के नाक व मुंह में छाले हो जाते हैं. यह छालें फैलकर पाचन तंत्र तक फैल जाते हैं और 5 से 7 दिन के दौरान इस रोग से ग्रसित भेड़ व बकरियों की मौत तक हो जाती है. वहीं इससे बचाव के लिए ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत पलाश झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के सौजन्य से हिरणपुर प्रखंड की आजीविका पशु सखियों द्वारा पीपीआर कंट्रोल प्रोग्राम चलाकर बकरियों का टीकाकरण किया जा रहा है. मालूम हो कि पीपीआर रोग के कारण हर वर्ष हजारों की संख्या में भेड़ व बकरियाें की मौत हो रही थी. लेकिन अब इस पर काफी हद तक इनकी मौतों पर अंकुश लग रहा है. भेड़-बकरियों में फैलने वाले पीपीआर रोग की रोकथाम के लिए प्रखंड की आजीविका पशु सखियां सखी मंडल से जुड़ी पशुपालकों के घर-घर जाकर टीकाकरण कर रही हैं. प्रखंड भर में अब तक 35 हजार बकरियों को पीपीआर का टीका लग चुका है और यह अभियान निरंतर जारी है.

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