एनसीएफ को लेकर कार्यशाला का हुआ आयोजन
डीएवी विद्यालय के सभा भवन में कार्यशाला का आयोजन किया गया. बताया गया कि एनसीएफ अत्याधुनिक शोध पर आधारित है. इसमें तान्त्रिक विज्ञान, मस्तिष्क अध्ययन और संज्ञानात्मक विज्ञान की बेहतर समझ शामिल है.
पाकुड़ नगर. सीबीएसई, सीओई पटना द्वारा आयोजित एनईपी-2020 के अंतर्गत राष्ट्रीय पाठ्यचर्चा की रूपरेखा फाउंडेशन स्टेज के तत्वावधान में डीएवी विद्यालय के सभा भवन में कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला के स्थल निदेशक संजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य झारखंड के विभिन्न सीबीएसई नई दिल्ली से संबद्धता प्राप्त विद्यालयों से आए शिक्षकों को एनसीएफ-2023 के उद्देश्य, सिद्धांतों और दृष्टिकोण के आधार पर उपरोक्त परिवर्तन को सक्षम और ऊर्जावान बनाना ताकि सभी बच्चों को उच्चतम गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की जा सके. बताया कि एनसीएफ दुनिया भर में अनुशासन में होते हुए अत्याधुनिक शोध पर आधारित है. इसमें तान्त्रिक विज्ञान, मस्तिष्क अध्ययन और संज्ञानात्मक विज्ञान की बेहतर समझ शामिल है. इसके अलावा एनसीएफ में प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा की प्रैक्टिस से संचित अंतर्दृष्टि और विविध भारतीय परंपराओं से प्राप्त विवेक ज्ञान का विशिष्ट संगम है. कार्यशाला के प्रथम सत्र में रिसोर्स पर्सन के रूप में विद्यालय के प्राचार्य डॉ विश्वदीप चक्रवर्ती ने सभी शिक्षकों को एनसीएफ के सामूहिक ज्ञान और विवेक से अवगत कराया. तत्पश्चात रिसोर्स पर्सन के ही रूप में आए माउंट लिटेरा-जी विद्यालय भागलपुर के प्राचार्य दुर्गेश शर्मा ने बताया कि ऐसे कार्यशाला के आयोजन से 10 लाख से अधिक इच्छुक नागरिक, देश भर के 1.3 लाख से अधिक शिक्षक एवं शिक्षाविदों, सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 1550 से अधिक जिला स्तर के परामर्श और 35 संस्थान समूहों ने इस प्रक्रिया में भाग लिया. इससे हम सभी लाभान्वित हुए.
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