प्रति यूनिट वसूले जाते हैं “3500
क्लिनिक के दो कर्मियों को हिरासत में ले लिया गया है मेदिनीनगर :पलामू में खून काफी महंगा मिल रहा है. आये दिन रक्तदान शिविर लग रहा है. विभिन्न संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता और सरकारी स्तर पर भी रक्तदान शिविर में लोग रक्तदान कर रहे है, ताकि जरूरतमंदों को समय पर रक्त मिल सके. क्योंकि खून की […]
क्लिनिक के दो कर्मियों को हिरासत में ले लिया गया है
मेदिनीनगर :पलामू में खून काफी महंगा मिल रहा है. आये दिन रक्तदान शिविर लग रहा है. विभिन्न संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता और सरकारी स्तर पर भी रक्तदान शिविर में लोग रक्तदान कर रहे है, ताकि जरूरतमंदों को समय पर रक्त मिल सके. क्योंकि खून की कमी भी कई बार मौत का कारण बनता है. लेकिन पलामू में ऐसा नहीं हो पा रहा है. यहां खून के सौदागर सक्रिय है, जो गरीबों से खून के नाम पर पैसे ऐंठ रहे है. दो दिन पहले सदर अस्पताल से खून का सौदा कर रहे दो लोग पकड़े गये थे. इस मामले की जांच ही चल रही है.
इस बीच मंगलवार को एक और बड़े मामले का खुलासा हुआ, जिसमें यह बताया गया कि प्रति यूनिट खून 3500 रुपये उपलब्ध कराया जाता है और यह बताने वाला कोई दूसरा नहीं, बल्कि एक चिकित्सक है. यह मामला पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सह विधायक भानु प्रताप शाही की नेतृत्व वाली नवजवान संघर्ष मोरचा के डालटनगंज विधानसभा के प्रभारी राकेश तिवारी की सक्रियता के कारण सामने आया है. इस मामले को लेकर एक वीडियो भी वायरल हुआ है.
इस वीडियो में डॉ किरण सिंह यह बता रही है कि एक यूनिट खून का साढ़े तीन हजार रुपया लगता है. इस मामले में रेड़मा के अभिमन्यु गिरि ने शहर थाना में लिखित शिकायत दर्ज करायी है. बताया गया कि रेड़मा के अभिमन्यु गिरि की बहन सीमा देवी आबादगंज स्थित डॉ किरण सिंह व डॉ सतीश सिंह के क्लिनिक में भरती की गयी है, जहां सीमा का अॉपरेशन किया गया है. उसे दो यूनिट खून की जरूरत थी. इसके लिए डाक्टर किरण सिंह ने अभिमन्यु गिरि को दो यूनिट खून के लिए 7000 रुपया जमा करने को कहा गया.
जब इसकी जानकारी मोरचा के प्रभारी श्री तिवारी को मिली, तो वह जानकारी लेने क्लिनिक में गये. उनके समक्ष भी यहीं बात कहीं गयी कि दो युनिट खून के लिए 7000 रुपया हर हाल में जमा करना होगा. इस मामले में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस सक्रिय हुई और क्लिनिक के दो कर्मी मोनी कुमार व सुमिता वर्मा को हिरासत में लिया गया है. शहर के प्रभारी थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. प्राप्त होते ही इस मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी. मौखिक शिकायत के आधार पर क्लिनिक के दो कर्मियों को हिरासत में ले लिया गया है.