फरमान : एक अगस्त से पलामू के महिला कॉलेज में जींस-टॉप पर प्रतिबंध, ड्रेस कोड अनिवार्य
योध सिंह नामधारी महिला कॉलेज में जींस-टॉप पर प्रतिबंध योध सिंह नामधारी महिला कॉलेज में जींस टॉप पहनकर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. छात्र संघ के निर्णय पर कॉलेज प्रशासन ने भी अपनी मुहर लगा दी है. मालूम हो कि अप्रैल माह में कॉलेज के छात्र संघ ने जींस टॉप के साथ-साथ पढ़ाई […]
योध सिंह नामधारी महिला कॉलेज में जींस-टॉप पर प्रतिबंध
योध सिंह नामधारी महिला कॉलेज में जींस टॉप पहनकर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. छात्र संघ के निर्णय पर कॉलेज प्रशासन ने भी अपनी मुहर लगा दी है. मालूम हो कि अप्रैल माह में कॉलेज के छात्र संघ ने जींस टॉप के साथ-साथ पढ़ाई के दौरान मोबाइल का उपयोग पर भी पाबंदी लगाने का निर्णय लिया था. शुरुआती दौर में इसे लेकर लोगों की अलग-अलग राय रही. कुछ छात्र संगठनों ने जहां इस निर्णय को स्वतंत्रता पर हमला माना था. लेकिन छात्र संघ ने यह तर्क दिया था कि जब स्कूलों में ड्रेस कोड लागू है, तो कॉलेज में क्यों नहीं? इस बीच कॉलेज प्रशासन ने नये सत्र में ड्रेस कोड लागू करने का निर्णय ले लिया. ड्रेस कोड एक अगस्त से लागू होगा.
प्राचार्य डॉ मोहिनी गुप्ता ने बताया कि इंटर व स्नातक के छात्राओं के लिए पोशाक के रंग अलग होंगे. लेकिन सबके लिए ड्रेस कोड के रूप में सलवार कुरता पहन कर आना आवश्यक होगा. छात्राओं को एक अगस्त से ड्रेस कोड में ही कॉलेज आना होगा. बगैर ड्रेस पर आने पर कॉलेज में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी. गौरतलब है कि नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय का योध सिंह नामधारी महिला कॉलेज पहला वैसा कॉलेज है, जिसने ड्रेस कोड लागू किया है. उम्मीद की जा रही है कि योध सिंह नामधारी महिला कॉलेज के इस निर्णय से दूसरे कॉलेजों पर भी दबाव बढ़ेगा ड्रेस कोड लागू करने का.
संघ ने जतायी प्रसन्नता
योधसिंह नामधारी महिला कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष पूर्णिमा कुमारी का कहना है कि ड्रेस कोड लागू करने का फैसला सही है. छात्र संघ ने तो मोबाइल पर भी पांबदी लगाने की भी बात कही है. क्योंकि जो भी छात्राएं कॉलेज में आती है, उनका ध्यान सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई पर केंद्रित रहे. इसके लिए कॉलेज में मोबाइल के प्रयोग पर रोक लगाने की बात कही गयी है.
यद्यपि इस पर अभी तक कॉलेज प्रशासन ने नीतिगत निर्णय नहीं लिया है. लेकिन संघ का यह प्रयास होगा कि जिस तरह कॉलेज प्रशासन ने ड्रेस कोड लागू किया, उसी तरह कॉलेज में पढ़ाई के दौरान मोबाइल के प्रयोग पर भी रोक लगे. इसका निर्णय किया जाये. ड्रेस कोड लागू होने से सभी छात्राओं में एकरूपता झलकेगी. साथ ही शिक्षा का एक बेहतर वातावरण भी तैयार होगा.