जान जोखिम में डाल कर लेते हैं प्रशिक्षण

सतबरवा : एकीकृत बिहार के जमाने में प्रशिक्षण पाने वाले गुरु छात्रों से गुलजार होने वाला सतबरवा स्थित शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय आज के समय में अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है. इसके कारण महाविद्यालय में कार्य करने वाले कर्मियों तथा प्रशिक्षण पा रहे गुरु-छात्रों के बीच काफी असंतोष देखा जा रहा है. वहीं उन्हें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2017 12:00 PM
सतबरवा : एकीकृत बिहार के जमाने में प्रशिक्षण पाने वाले गुरु छात्रों से गुलजार होने वाला सतबरवा स्थित शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय आज के समय में अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है. इसके कारण महाविद्यालय में कार्य करने वाले कर्मियों तथा प्रशिक्षण पा रहे गुरु-छात्रों के बीच काफी असंतोष देखा जा रहा है. वहीं उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. महाविद्यालय का भवन इतना जर्जर हो चुका है कि लोगों के मन में हमेशा किसी हादसा होने का भय सताते रहता है. हद तो तब पार हो जाती है, जब बारिश शुरू होती है.
प्रशिक्षण पा रहे गुरु छात्र को टप टप चूते पानी के बूंद के बीच प्रशिक्षण लेने पर मजबूर हो जाते हैं .वहीं प्राचार्य कक्ष, विज्ञानकक्ष समेत सभी कक्ष के कर्मी अपनी जान बचाने की फिराक में बरामदे में आकर खड़े हो जाते हैं. जब प्रभात खबर के संवाददाता भवन निरीक्षण के लिए गया, तो सबों ने अपना-अपना दुखड़ा सुनाना शुरू कर दिया. कार्य कर रहे कर्मियों ने बताया कि भवन इतना जर्जर हो गया है कि कभी भी किसी हादसा से इनकार नहीं किया जा सकता है. लोगों ने कहना है कि जर्जर भवन कभी भी धराशाही हो सकती है.
वहीं, महाविद्यालय के कर्मियों ने बताया कि नया भवन निर्माण को लेकर एक वर्ष पूर्व तत्कालीन राज्य के शिक्षा निदेशक कृपानंद झा महा विद्यालय का अवलोकन कर जल्द ही भवन निर्माण कराने का आश्वासन दिया था.
जबकि नए भवन निर्माण को लेकर पलामू उपायुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी पलामू ,क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक पलामू प्रमंडल मेदनीनगर, तथा भवन निर्माण विभाग विशेष प्रमंडल मेदनीनगर को लिखित रूप में कई बार सूचना दी गयी है, पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है. लोगों ने बताया कि जबकि महाविद्यालय के पास भवन निर्माण के लिए काफी मात्रा में जमीन है. जिस पर लगातार अन्य विभाग के लोगों द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है. लोगों का कहना है कि अगर यही स्थिति रही तो कभी न कभी हम लोगों की जान भी जा सकती है. महाविद्यालय में तत्काल प्राचार्य नागेंद्र प्रसाद सिंह गढ़वा जिले में बीइइओ के पद पर कार्यरत हैं, जो कि शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य भी हैं.
इस संबंध में महाविद्यालय के कर्मियों का कहना है कि श्री सिंह अधिकतम समय गढ़वा जिला में ही देते हैं.कभी कभार महाविद्यालय में आजबकि इस महाविद्यालय में तीन पदस्थापित व्याख्याता कार्यरत हैं तथा चार प्रतिनियोजित व्याख्याता के अलावा कई कर्मी कार्यरत हैं .

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