लकड़ी और बकरी काटनेवाले कभी खुशहाल नहीं रह सकते

मेदिनीनगर : वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा मंगलवार को नवनिर्मित समाहरणालय परिसर में 68वां वन महोत्सव मनाया गया. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों ने महोत्सव के अवसर पर समाहरणालय परिसर में पौधा रोपण किया. श्री चंद्रवंशी ने लोगों को पर्यावरण की रक्षा के लिए जागरूक होकर पौधा रोपण करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2017 10:37 AM
मेदिनीनगर : वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा मंगलवार को नवनिर्मित समाहरणालय परिसर में 68वां वन महोत्सव मनाया गया. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों ने महोत्सव के अवसर पर समाहरणालय परिसर में पौधा रोपण किया.
श्री चंद्रवंशी ने लोगों को पर्यावरण की रक्षा के लिए जागरूक होकर पौधा रोपण करने एवं पेड़ों को बचाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने पौधा रोपण करने एवं पेड़ों को बचाने की सीख दी है. यही वजह है कि प्रकृति से जुड़े पर्व के माध्यम से पूर्वज पेड़ों की रक्षा करते थे. आज भी यह परंपरा कायम है. पेड़ों की पूजा की जाती है. आज जरूरत है अपने पूर्वजों के बताये रास्ते पर चलने की. उन्होंने कहा कि पलामू की सबसे अधिक भूमि वनों से आच्छादित थी, लेकिन पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से वन का अस्तित्व समाप्त हो रहा है. इससे पर्यावरण को खतरा है. लकड़ी व बकरी काटने वाले जीवन में कभी खुशहाल नहीं हो सकते. खुशहाली का एक मात्र साधन पौधा लगाना और उसे बचाना है. वनों के विकास के लिए राज्य सरकार कई तरह की योजना संचालित की है. मुख्यमंत्री जन वन योजना के तहत 1500 एकड़ रैयती भूमि पर फलदार व अन्य पौधे लगाने का कार्य हो रहा है.
सरकार ने 2204 वनरक्षी की नियुक्ति की है, प्रयास है कि वन विभाग के अन्य पदों पर भी बहाली किया जा सके, ताकि वनों के विकास में सहूलियत हो सके. पलामू के आयुक्त राजीव अरूण एक्का ने मानव जीवन के लिए वनों के महत्व पर प्रकाश डाला. कहा कि जिस तरह बच्चे देश के भविष्य हैं उसी तरह दुनिया का भविष्य पेड़ पौधों पर निर्भर है.
यदि वनों का विकास रूक जाता है तो पर्यावरण असंतुलित होगा और विश्व की मानवता सुरक्षित नहीं रह पायेगी. इसलिए आवश्यक है कि लोग पौधारोपण एवं पेड़ों को बचाने के प्रति संवेदनशील बनें. जिला परिषद उपाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने कहा कि सबकी सहभगिता से ही वनों का विकास होगा. आज आवश्यकता इस बात की है कि लोग पौधा तो लगायें ही साथ ही वनों की रक्षा के प्रति भी अपनी जिम्मेवारी निभाये. इस मौके पर पलामू उपायुक्त अमीत कुमार,डीडीसी सुशांत गौरव, वन संरक्षक आरके वाजपेयी, वन प्रमंडल पदाधिकारी एनसीएस मुंडा, जिला बीस सूत्री समिति के उपाध्यक्ष बिपिन कुमार सिंह, पाटन रेंज अफसर पीएन झा,एनसीसी 44 बटालियन के कमांडेंट, प्राचार्य चंद्रबली चौबे, दामोदर उपाध्याय सहित कई लोग मौजूद थे. कार्यक्रम का संचालन अनिता शुक्ला ने किया.
संत मरियम स्कूल के बच्चों ने स्वागत गान प्रस्तुत किया. ब्राह्मण उवि के सनी प्रकाश, गिरिवर स्कूल के एनसीसी कैडेट शिवम तिवारी, केजी स्कूल की चंदा कुमारी ने भाषण प्रस्तुत किया. स्कूली बच्चों ने पेड़ों की रक्षा व पौधा रोपण के महत्व से जुड़े पोस्टर लेकर मंत्री श्री चंद्रवंशी के स्वागत में खड़े थे. उत्कृष्ट कार्य के लिए समिति सम्मानित : मौके पर उत्कृष्ट कार्य करनेवाले संयुक्त वन प्रबंधन समिति को सम्मानित किया गया.
वनों की रक्षा करने में इन समिति के सदस्यों ने सक्रिय भूमिका निभायी थी. जो सम्मानित हुए उसमें कुंदरी रेंज की कोनवाई संयुक्त वन प्रबंध समिति को प्रथम पुरस्कार के रूप में 7.50 लाख का चेक दिया गया, कुंदरी रेंज की पोलपोल समिति को द्वितीय पुरस्कार के रूप में पांच लाख व लातेहार वन क्षेत्र की जान्हो वन समिति को तृतीय पुरस्कार के रूप में चार लाख रुपये का चेक व प्रशस्ति पत्र दिया गया.

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