जान जोखिम में डाल कर बच्चे जाते है स्कूल

विश्रामपुर (पलामू) विश्रामपुर नगर परिषद अंतर्गत वार्ड नंबर 18 के नावाडीह कला गांव के पहुंच पथ में पड़ने वाला पुल पिछले साल ही भारी बारिश में ध्वस्त हो गया था. एक साल के दौरान नगर परिषद के अध्यक्ष व कार्यपालक पदाधिकारी कई बार ध्वस्त पुल को देखने गये. इनलोगों ने ग्रामीणों को जल्द पुल बनवा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2017 9:40 AM
विश्रामपुर (पलामू) विश्रामपुर नगर परिषद अंतर्गत वार्ड नंबर 18 के नावाडीह कला गांव के पहुंच पथ में पड़ने वाला पुल पिछले साल ही भारी बारिश में ध्वस्त हो गया था.
एक साल के दौरान नगर परिषद के अध्यक्ष व कार्यपालक पदाधिकारी कई बार ध्वस्त पुल को देखने गये. इनलोगों ने ग्रामीणों को जल्द पुल बनवा देने का भरोसा भी दिलाया, लेकिन एक वर्ष के बाद भी स्थिति ज्यों के त्यों है. यह पहुंच पथ विश्रामपुर-नावा मुख्य पथ से नावाडीह कला राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय तक जाता है. इस पथ के बीच में स्थित पुल के ध्वस्त हो जाने से बच्चे जान जोखिम में डाल कर पुल के नीचे से पानी की धारा को पार करते हुए स्कूल जाते हैं.
इस स्कूल में कुल 165 छात्र-छात्रा प्रतिदिन पढ़ने जाते हैं. पुल के गिर जाने से सामान्य दिनों में बच्चे नीचे से स्कूल जैसे-तैसे चले जाते थे, लेकिन बरसात के मौसम में पुल के नीचे से पानी की लंबी व गहरी धारा बह रही है. बच्चे स्कूल जाने के लिए जान जोखिम में डाल कर पानी की धारा को पार कर स्कूल जा रहे हैं. चूंकि इस स्कूल में पहली से आठवीं क्लास तक के बच्चों की पढ़ाई होती है. छोटे-छोटे बच्चे गले तक पानी मे डूब कर स्कूल जाते है.अगर तत्काल इस पुल को नहीं बनवाया गया, तो कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है.
नावाडीह कला निवासी सह राजद नेता श्याम बिहारी विश्वकर्मा ने बताया कि पुल पिछले साल ही गिर गया था. पुल के गिरने की जानकारी नगर परिषद को दी गयी. नगर परिषद के अध्यक्ष व कार्यपालक पदाधिकारी से नये पुल के निर्माण की मांग की गयी. नप अध्यक्ष व कार्यपालक पदाधिकारी कई बार स्थलीय निरीक्षण भी किया, लेकिन नगर परिषद से आश्वासन के अलावा अबतक कुछ नही मिला है.

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