70 वर्ष में भी नहीं हुआ बुद्धु बिगहा का विकास

हैदरनगर: हैदरनगर प्रखंड मुख्यालय का हैदरनगर पश्चिमी पंचायत का बुद्धु बिगहा गांव सदाबह नदी के पार बसा है. गांव में आजादी के 70 वर्ष बाद भी सड़क, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, चिकित्सा की व्यवस्था नहीं है. सदाबह नदी पर पुल नहीं रहने से गांव बिल्कुल अलग थलग पड़ जाता है. बच्चों का स्कूल जाना, मजदूरों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2017 10:58 AM
हैदरनगर: हैदरनगर प्रखंड मुख्यालय का हैदरनगर पश्चिमी पंचायत का बुद्धु बिगहा गांव सदाबह नदी के पार बसा है. गांव में आजादी के 70 वर्ष बाद भी सड़क, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, चिकित्सा की व्यवस्था नहीं है. सदाबह नदी पर पुल नहीं रहने से गांव बिल्कुल अलग थलग पड़ जाता है. बच्चों का स्कूल जाना, मजदूरों का काम पर जाना व बाजार से सामान भी नहीं ला पाते हैं.

सबसे परेशानी तब हो जाती हैं, जब बरसात में कोई बीमार पड़ जाते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि सांसद से विधायक तक कहते-कहते हार गये. किसी ने नहीं सुना, तो बांस का पुल गांव के सभी लोग मिल कर बना रहे हैं, जिससे गाड़ी नहीं तो कम से कम पैदल ही मरीजों को अस्पताल व बच्चों को स्कूल भेजा जा सके. पंचायत के मुखिया कमलेश सिंह का कहना है कि पुल निर्माण का काम उनके बस का नहीं है. उन्होंने अपने स्तर से उच्चाधिकारियों व नेताओं से मांग की है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो वह आंदोलन भी करेंगे.

मौके पर अफजल अंसारी, आलमगीर अंसारी, एकबाल अंसारी, माजदा बीबी, सीता राम, सुनील सिंह, कीरण देवी, रतकाली देवी, शरीफ अंसारी, रजली देवी, अनारकली देवी, असगर अंसारी, गफुर अंसारी प्रमोद बैठा,अमरेंद्र कुमार मकसूद अंसारी के अलावा कई लोग शामिल थे.

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