लेस्लीगंज: पुलिस के एक जवान ने पत्नी का गला दबाकर हत्या कर दी और शव को घर में ही आग के हवाले कर दिया. साक्ष्य मिटाने के लिए उसने गांव वालों को यह बताया कि उसकी पत्नी जलने से मर गयी है. इसलिए गांव वालों के सहयोग से अर्द्ध जले शव को जलाने के लिए शमशान घाट ले जाया गया. इस घटना की भनक पुलिस को मिली और पुलिस वहां पहुंची, लेकिन पुलिस के पहुंचते ही शवदाह करने पहुंचे लोग फरार हो गये. पुलिस ने शव को कब्जे में कर लिया. यह मामला लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के पुरनाडीह झरनाटोला का है.
आरोप है कि गढ़वा जिले में पदस्थापित जिला पुलिस के जवान सुनील कुमार सिंह ने अपनी पत्नी सुलचना देवी को गला दबाकर मार डालने के बाद उसे जलाने के लिए ग्रामीणों के सहयोग से मलय नदी के तट पर पहुंचा था. जब इसकी सूचना विवाहिता के मायके वालों को मिली, तो सुलोचना के भाई मृत्युंजय सिंह ने टंडवा थाना पुलिस के मदद से लेस्लीगंज थाना पुलिस को इस घटना की सूचना दी.
जिसके बाद लेस्लीगंज पुलिस शमशान घाट पहुंची. पुलिस को देखते ही वहां मौजूद लोग शव छोड़कर भाग गये. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में कर लिया, जिसके बाद जवान सुनील कुमार सिंह के घर पहुंचे. लेकिन दरवाजे पर ताला जड़ा हुआ था, जिसके बाद पुलिस वहां से लौट गयी. थाना प्रभारी राणा जंगबहादुर सिंह ने बताया कि पूरे मामले की छानबीन की जा रही है. शव देखने से आशंका व्यक्त की जा रही है कि विवाहिता की हत्या की गयी है.
हालांकि इसे पूरी तरह से तभी कहा जा सकता है, जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आयेगी. फिर भी पुलिस किसी भी सूरत में आरोपी को नहीं बख्शेगी. पूरे मामले को लेकर पुलिस सक्रियता से काम कर रही है. मालूम हो कि सुनील सिंह की शादी 2006 में चतरा जिले के टंडवा के उतराठी गांव में हुई थी. बताया जा रहा है कि सुनील अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता था.