मेदिनीनगर.
लोकसभा चुनाव को लेकर 300 मतदान कर्मियों ने मतदान ड्यूटी से मुक्त होने के लिए जिला प्रशासन को आवेदन दिया था. इसके बाद सात सदस्यीय मेडिकल टीम गठित की गयी थी. जिसमें एक महिला चिकित्सक डॉ एसएस होरो भी थीं. मेडिकल टीम ने जांच के दौरान 110 मतदान कर्मियों को उनकी बीमारी के कारण अस्थायी तौर पर अनफिट पाया था. जिसकी रिपोर्ट जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीसी शशि रंजन को सौंप दी थी. जिसके बाद 110 मतदान कर्मियों को चुनाव कार्य से मुक्त कर दिया गया. जबकि 190 मतदानकर्मियों का आवेदन रद्द कर दिया गया है. 190 आवेदन में ज्यादातर आवेदन मधुमेह व ब्लड प्रेशर की शिकायत से जुड़े थे. मेडिकल बोर्ड का कहना है कि मधुमेह व ब्लड प्रेशर लाइफस्टाइल बीमारी है. जिन 110 लोगों को अस्थायी तौर पर स्वास्थ्य कारणों से अनफिट की अनुशंसा की गयी है, उनमें अधिकतर कैंसर, लीवर की बीमारी, किडनी फेल्योर, किसी बीमारी के कारण ऑपरेशन की तिथि का तय होना या ऑपरेशन किया हुआ होना बताया गया है. जिन्हें चुनाव कार्य से मुक्त किया गया है, उनमें कई ऐसे भी हैं, जो ऑपरेशन के बाद की जटिलता, दुर्घटना में कूल्हे व अस्थि का भंग होने की समस्या से जूझ रहे हैं. साथ ही वैसी महिला मतदान कर्मियों को भी मुक्त किया गया है, जो गर्भवती हैं.