सुरक्षा के साथ विकास का माहौल तैयार करना उद्देश्य
मेदिनीनगर : 45 दिनों में सब जोनल कमांडर राकेश भुइयां के दस्ते का सफाया करने के बाद पलामू पुलिस उत्साहित है. लेकिन उत्साह के बाद भी पुलिस की नजर उस टारगेट पर है, जो फिक्स किया गया है. यह टारगेट वर्ष-2018 तक पलामू को उग्रवाद मुक्त जिला बनाने का. पलामू का नौडीहा इलाका जो कभी […]
मेदिनीनगर : 45 दिनों में सब जोनल कमांडर राकेश भुइयां के दस्ते का सफाया करने के बाद पलामू पुलिस उत्साहित है. लेकिन उत्साह के बाद भी पुलिस की नजर उस टारगेट पर है, जो फिक्स किया गया है. यह टारगेट वर्ष-2018 तक पलामू को उग्रवाद मुक्त जिला बनाने का. पलामू का नौडीहा इलाका जो कभी उग्रवाद से ग्रस्त था. राकेश भुइयां आतंक का पर्याय बना था. उसे पुलिस ने चुनौती के रूप में लेकर टास्क पूरा किया. उसके बाद उस इलाके में माओवादी पूरी तरह से कमजोर हो गये, जो इलाका माओवादियों के लिए सेफ जोन था वहां अब जीवन समान्य हुआ है. भय कम हुआ है.
पलामू पुलिस की यह कोशिश है कि सुरक्षा के साथ विकास का बेहतर वातावरण तैयार हो. वैसे इलाके जहां जाने के लिए अभी भी सड़क नही है. उन इलाकों में कैसे आवागमन सुगम हो. विकास के साथ विश्वास का माहौल बने इसके लिए सोमवार को पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा उन इलाकों में थे जो उग्रवाद प्रभावित है.
बताया गया कि एसपी पाटन के चेतमा, बुका, हुलसी खुर्द आदि गांवों में जाकर ग्रामीणों के साथ सीधा संवाद किया. यह जो गांव है नौडीहा व नावाजयपुर थाना के बोर्डर पर स्थित है. पहले यहां जाना आसान नही था.
सामान्य आदमी के साथ-साथ पुलिस के लिए भी. लेकिन लगातार उग्रवादियों के खिलाफ चल रहे अभियान से उग्रवादी कमजोर हुए है. आम जनता में विश्वास का वातावरण तैयार हुआ है.
एसपी श्री माहथा की माने तो सीधा संवाद कर आमलोगों के मन में यह भाव जगाया जा रहा है कि हम आपके है और आप हमारे. साथ ही विकास की संभावनाओं को देखा जा रहा है. वहां जो कुछ पाया उसकी रिपोर्ट बनाकर प्रशासन के साथ चर्चा की जायेगी. ताकि इलाके में सुरक्षा के साथ-साथ विकास का भी माहौल तैयार हो.