टीकाकरण से बच्चों की मौत का मामला : एएनएम सस्पेंड, कसौली भेजी जायेगी दवा, बच्चों के बिसरे की भी होगी जांच
टीके के बाद चार बच्चों की मौत की जांच करने रांची से पहुंची टीम रांची/पाटन (पलामू) : पलामू के पाटन प्रखंड स्थित लोइंगा गांव में नियमित टीका (मिजिल्स का बूस्टर) लगाने से चार बच्चों की मौत के बाद मातम पसरा है. पूरा गांव शोक में डूबा है. पलामू के सिविल सर्जन डॉ कलानंद मिश्रा ने […]
टीके के बाद चार बच्चों की मौत की जांच करने रांची से पहुंची टीम
रांची/पाटन (पलामू) : पलामू के पाटन प्रखंड स्थित लोइंगा गांव में नियमित टीका (मिजिल्स का बूस्टर) लगाने से चार बच्चों की मौत के बाद मातम पसरा है. पूरा गांव शोक में डूबा है. पलामू के सिविल सर्जन डॉ कलानंद मिश्रा ने बच्चों को टीका लगानेवाली स्वास्थ्य उपकेंद्र में पदस्थापित एएनएम द्रौपदी पांडेय को तत्काल निलंबित कर दिया है.
स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे के निर्देश पर रांची से जांच टीम सोमवार को पाटन पहुंची. लोइंगा गांव जाकर टीम ने पूरे मामले की जांच की है. जांच टीम ने अपनी आरंभिक रिपोर्ट सरकार को भेज दी है. इसमें कहा गया है कि टीकों को रखने के लिए शीत शृंखला स्थल (कोल्ड चेन स्टोरेज) सही पाये गये. टीके भी मानक के अनुरूप सही थे. इस्तेमाल किये गये वायल और उसी बैच के दो अन्य दवा को जांच के लिए हिमाचल प्रदेश के कसौली स्थित प्रयोगशाला में भेजा जायेगा. बच्चों का बिसरा भी जांच के लिए भेज दिया गया है.
सारी रिपोर्ट आने के बाद ही जांच टीम अपनी विस्तृत रिपोर्ट देगी. पलामू सिविल सर्जन ने डॉ पवन कुमार व डॉ राजीव रंजन को अगले आदेश तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (िकशुनपुर) पाटन में पदस्थापित कर दिया है. उन्होंने लिखा है कि जिला एइएफआइ कमेटी की ओर से जांच की जा रही है. जांच प्रतिवेदन 70 दिनों के अंदर उपलब्ध होगा.
दो दिन बाद बोले स्वास्थ्य मंत्री दोषियों पर होगी कार्रवाई
स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी सोमवार को मेदिनीनगर सदर अस्पताल पहुंचे. बीमार बच्चों को देखा. कहा : घटना से मर्माहत हूं. दोषी लोगों को छोड़ा नहीं जायेगा. संबंधित चिकित्सक से स्पष्टीकरण मांगा गया है. जांच टीम की िरपोर्ट के बाद विभागीय सचिव को रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है. सीएम घटना को लेकर गंभीर है. प्रभावित परिवार को मुआवजे की घोषणा की है.
जांच टीम में कौन
रूटीन इम्यूनाइजेशन के एक्सपर्ट डॉ अजीत प्रसाद, एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ प्रवीण कर्ण, डब्ल्यूएचओ के एक्सपर्ट डॉ विशेष कुमार, रिम्स के डॉ अमित कुजूर, पीएसएम के डॉ एंथोनी और पलामू के सिविल सर्जन डॉ कलानंद मिश्र शामिल हैं.
सरकार के अनुसार, सात अप्रैल को पाटन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और लोइंगा उपकेंद्र में 11 बच्चों (पांच लड़के व छह लड़कियां) को टीके दिये गये थे. तीन बच्चों को पेंटा आइपीवी, ओपीवी, मिजिल्स, जेइ और डीपीटी के टीके दिये गये थे.
सदर अस्पताल में दो और बच्ची को भर्ती कराया गया
सोमवार को लाेइंगा गांव के दो और बच्चियों नेहा कुमारी (पिता पप्पू यादव) और मुन्नी कुमारी (पिता राजवीर पासवान ) को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इन दोनों को भी टीका दिया गया था. हालांकि इनकी स्थिति नियंत्रित बतायी जा रही है.
मेदिनीनगर सदर अस्पताल में भर्ती बच्चों की स्थिति सुधरी, रिम्स में एडमिट प्रभात कुमार की हुई जांच
सदर अस्पताल में भर्ती निरंजन कुमार (पिता सत्येंद्र कुमार), चमृता कुमारी (पिता नारद यादव) और प्रेरणा कुमारी (पिता जितेंद्र भुईयां) की स्थिति में सुधार आया है.
रिम्स में भर्ती प्रभात कुमार को डॉक्टरों ने विशेष निगरानी में रखा है. शिशु चिकित्सक डॉ अमर कुमार ने बताया कि बच्चे को होश आ गया है. उसे तीन दिन की निगरानी में रखा गया है. खून की जांच करायी गयी है. रिपोर्ट आने के बाद ही आगे निर्णय लिया जायेगा. उन्होंने कहा िक टीका भी एक दवा है, जिसका दुष्प्रभाव पड़ता है.
लोइंगा गांव में पसरा मातम
टीका लगाने के बाद मृत बच्चे उज्ज्वल कुमार (पिता उपेंद्र ठाकुर), संजू कुमारी (पिता संतोष यादव), आर्यन कुमार (पिता धीरेंद्र भुईयां) व आयुष कुमार (पिता संतोष यादव) के घर में मातम पसरा है.