झारखंड : जांच रिपोर्ट आने से पहले ही बोले पलामू के सिविल सर्जन, दवा ठीक थी, टीका देने में हुआ नियमों का पालन

मेदिनीनगर : पलामू के पाटन प्रखंड स्थित लोइंगा गांव के आंगनबाड़ी केंद्र-3 में नियमित टीकाकरण के बाद हुई चार बच्चों की मौत की जांच अभी जारी है. पर पलामू के सिविल सर्जन डॉ कलानंद मिश्रा ने जांच रिपोर्ट आने से पहले ही मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2018 6:32 AM

मेदिनीनगर : पलामू के पाटन प्रखंड स्थित लोइंगा गांव के आंगनबाड़ी केंद्र-3 में नियमित टीकाकरण के बाद हुई चार बच्चों की मौत की जांच अभी जारी है. पर पलामू के सिविल सर्जन डॉ कलानंद मिश्रा ने जांच रिपोर्ट आने से पहले ही मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि जो टीका पलामू में आया था, उसे पूरे झारखंड में भी भेजा गया था. दवा एक्सपायर्ड नहीं थी. टीका देने में सभी नियमों का पालन किया गया है.

उन्होंने बताया : जो सप्लाई की गयी थी, वही टीका लोइंगा सहित पूरे पलामू के बच्चों को लगाया गया था. इसमें चार बच्चों की मौत हो गयी. वहीं, 13 हजार 730 बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं. पाटन में कई स्वास्थ्य केंद्रों पर यही टीका लगाया गया था. लेकिन सभी बच्चे स्वस्थ हैं. ऐसे में लोइंगा की घटना का कारण क्या है, यह रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पायेगा.

दवा भेजी गयी है कसौली : सिविल सर्जन ने कहा : रांची से आयी टीम ने सिरींज व वैक्सीन जब्त किये हैं, इसकी जांच होगी. दवा कसौली भेजी गयी है.

बच्चों को बिसरा सुरक्षित रखा गया है. इसकी भी जांच की जायेगी. पूरी रिपोर्ट आने में 70 दिन लगेंगे. उन्होंने कहा : गांव में चिकित्सकों के दल को भेजा गया है, ताकि मृतक बच्चों के परिजनों के इलाज की व्यवस्था हो सके. मामले में स्वास्थ्य विभाग की कोई लापरवाही नहीं है. जो लोग आरोप लगा रहे हैं, उन्हें हकीकत भी जाननी चाहिए. मासूमों की मौत से विभाग भी मर्माहत है. लेकिन बिना कारणों के पड़ताल के किसी को भी दोषी ठहरा देना उचित नहीं है. मौके पर डीपीएम प्रवीण कुमार, यूनिसेफ के मनीष प्रियदर्शी, केवल सिंह आदि मौजूद थे.

उठ रहे सवाल

1. जब टीका सही था. उसे देने की प्रक्रिया भी सही थी, तो फिर आनन-फानन में एएनएम द्रौपदी पांडेय को निलंबित क्यों किया गया. द्रौपदी पांडेय ने ही बच्चों को टीका लगाया था

2. तर्क दिया जा रहा है कि जिन बच्चों की मौत हुई है, उनमें पहले से इंफेक्शन था. लोइंगा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में शनिवार को कुल आठ बच्चों को टीका लगाया गया था. इनमें चार की मौत हो गयी. चार बीमार पड़ गये. एेसे में सवाल उठता है कि सभी बच्चों में एक साथ इंफेक्शन कैसे हो सकता है

3. टीका लगाये जाने के बाद सभी बच्चों को एक ही तरह की बीमारी क्यों हो गयी

4. टीका लगाने के बाद सभी बच्चों को उल्टी व दस्त कैसे शुरू हो गया. बुखार आना तो सामान्य प्रक्रिया है

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