पहले किया बीडीओ का इंतजार इसके बाद बैठक का बहिष्कार
पंचायत प्रतिनिधियों ने बीडीओ पर लगाया तानाशाही का आरोप पाटन (पलामू) : पाटन प्रखंड के प्रमुख, उपप्रमुख व पंचायत समिति के सदस्य बीडीओ की मनमानी एवं तानाशाही रवैया से आहत हैं. बुधवार को प्रखंड पंचायत समिति की बैठक दोपहर 12 बजे से निर्धारित थी. बैठक में भाग लेने के लिए प्रमुख, उपप्रमुख व कई पंचायतों […]
पंचायत प्रतिनिधियों ने बीडीओ पर लगाया तानाशाही का आरोप
पाटन (पलामू) : पाटन प्रखंड के प्रमुख, उपप्रमुख व पंचायत समिति के सदस्य बीडीओ की मनमानी एवं तानाशाही रवैया से आहत हैं. बुधवार को प्रखंड पंचायत समिति की बैठक दोपहर 12 बजे से निर्धारित थी. बैठक में भाग लेने के लिए प्रमुख, उपप्रमुख व कई पंचायतों के पंचायत समिति सदस्य समय से पहले कार्यालय पहुंच गये थे. वे लोग प्रमुख के कार्यालय में बैठकर विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी के आने का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान एमओ रवींद्र सिंह, प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डॉ पूनम एवं पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता पीके श्रीवास्तव पहुंचे. दोपहर एक बजे तक प्रमुख व पंचायत समिति सदस्यों ने बीडीओ सोमनाथ बनर्जी एवं अन्य विभाग के पदाधिकारियों के आने का इंतजार किया. इसके बाद वे लोग बैठक का बहिष्कार कर दिये. इस संबंध में प्रमुख पुष्पा देवी, उपप्रमुख अंजली देवी का कहना है कि अफसरशाही सिर चढ़कर बोल रही है.
अफसर अपने कर्तव्य का निर्वह्न करने के बजाये नेतागिरी में मशगूल रहते हैं. पंचायत चुनाव हुए करीब तीन साल हो गये. इस दौरान प्रखंड पंचायत समिति की बैठक कभी भी सही तरीके से संपन्न नहीं हुई. जब भी समिति की बैठक हुई तो उसमें प्रस्ताव तो पारित हुआ लेकिन उसका क्रियान्वयन नहीं हुआ. प्रमुख ने कहा कि बीडीओ ने बैठक की तिथि व समय भी निर्धारित किया है. लेकिन आज बैठक से गायब रहे. बीडीओ की कार्यशैली में बदलाव नहीं हुआ तो वे लोग उपायुक्त से मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगे. मौके पर पंसस मुस्ताक अहमद, आदित्य महतो, सुमन गुप्ता, अनारकली देवी, संजय कुमार, निर्भय सिंह, बिंदु देवी, किरण देवी आदि मौजूद थे.
क्या कहते है बीडीओ
बीडीओ सोमनाथ बनर्जी ने कहा कि उनलोगों को थोड़ा इंतजार करना चाहिए था. बहिष्कार करने से क्या लाभ होगा. उनकी तबीयत खराब हो गयी थी. इस कारण उन्हें बैठक में आने में विलंब हुआ. दोपहर 12 बजे से बैठक शुरू होनी थी वे दोपहर एक बजे के बाद पहुंच गये थे. जो पंचायत प्रतिनिधि वहां मौजूद थे उनलोगों से कहा कि बैठक शुरू की जाये, लेकिन वे लोग कार्यालय से बाहर निकल गये.