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10 तक मानदेय नहीं िमला, तो हड़ताल

मेदिनीनगर : मेदिनीनगर नगर पर्षद से प्रमोट होकर निगम बन चुका है. निगम बनने के बाद क्षेत्र विस्तार के साथ-साथ आबादी बढ़ी है. वार्डों की संख्या 26 से बढ़ कर 35 हो गयी है.आबादी 78 हजार से बढ़ कर करीब एक लाख 59 हजार हो गयी है. क्षेत्र व आबादी बढ़ी है. लेकिन सुविधा का […]

मेदिनीनगर : मेदिनीनगर नगर पर्षद से प्रमोट होकर निगम बन चुका है. निगम बनने के बाद क्षेत्र विस्तार के साथ-साथ आबादी बढ़ी है. वार्डों की संख्या 26 से बढ़ कर 35 हो गयी है.आबादी 78 हजार से बढ़ कर करीब एक लाख 59 हजार हो गयी है. क्षेत्र व आबादी बढ़ी है. लेकिन सुविधा का विस्तार अभी तक नहीं हुआ है. हालांकि सफाई के लिए नये 100 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति का फैसला निगम बोर्ड की पहली बैठक में लिया गया है. लेकिन पहले से जो सफाई कर्मी काम कर रहे हैं, उन्हें ही नियमित वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है.

ऐसे में सुलगता सवाल यह है कि नये सफाई कर्मियों के लिए फंड कहां से आयेगा.एक तरफ राजस्व वसूली नहीं हो रही है, इस कारण नगर निगम आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है. इसकी मार कर्मियों पर पड़ रही है, तो दूसरी तरफ नगर निगम उन्हें नियमित वेतन नहीं दे रहा है.

नगर निगम के सफाई कर्मियों का वेतन पिछले तीन माह से बकाया है. बकाये वेतन का भुगतान 10 जून तक नहीं होने पर कर्मियों ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. वैसे राजस्व की वसूली कर निगम को अपनी व्यवस्था का संचालन करना है. जो स्थायी कर्मी है, उनके वेतन मद में आने वाला खर्च का 70 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार देती है. 30 प्रतिशत का भुगतान निगम को करना है. इसके अलावा अनुबंध व दैनिक वेतनभोगी जो कर्मी है, उनका भुगतान भी निगम को करना है. निगम के पास आय के कई स्रोत हैं.
मुख्य रूप से पालिका बाजार के दुकानों का किराया, होल्डिंग टैंक्स व सैरात की बंदोबस्ती से राजस्व की जो प्राप्ति होती है, उसी से वेतन भुगतान व अन्य मद में खर्च होते हैं. लेकिन जो आंकड़े बता रहे हैं, वह यह है कि राजस्व वसूली के मामले में भी अपेक्षित ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
जिन संवेदकों के पास बकाया है राशि
वर्ष-2008-09 में मुख्य सब्जी बाजार के संवेदक पवन कुमार सिंह के पास 555600 रुपया बकाया है. इसी तरह वर्ष 2012-13 में गांधी मैदान सब्जी बाजार के संवेदक बीर बहादुर सिंह के पास 79200, रेडम़ा स्टैंड के संवेदक वीर बहादुर सिंह के पास 89000 व रेड़मा सब्जी बाजार के संवेदक अनूप कुमार सिंह के पास 38200 रुपया बकाया है. वर्ष – 2013-14 में गीता भवन पार्किंग के संवेदक रंजन कुमार के पास 59325, दीनदयाल मार्ग टैक्सी स्टैंड के संवेदक अतुल्य कुमार सिंह के पास 97991 रुपया, बीफ स्टॉल के संवेदक रिंकु कुरैशी के पास 21 हजार , बड़ा तालाब का संवेदक सुनील कुमार से पास 153000 रुपया बकाया है.
इसी तरह 2014-2015 में टाउन हाल के पीछे स्टैंड के संवेदक मंतोष कुमार गोस्वामी के पास 28500, बिफ स्टॉल के संवेदक कैश कुरैसी के पास 45000सदीक चौक सब्जी बाजार के संवेदक संतोष कुमर के पास 43450 रेड़मा ट्रक स्टैंड, के संवेदक मंतोष कुमार गोस्वामी के पास 38900, दीनदयाल मार्ग टैक्सी स्टैंड, के संवेदक विजय शंकर सिंह के पास 156440 एवं बाड़ा तालाब के संवेदक पंकज कुमार सिंह के पास 674000 रुपया बकाया है. 2015-16 में गांधी मैदान सब्जी बाजार के संयोजोक राजीव रंजन सिंह के पास 3641000 , बकरी बाजार के संवेदक मुज्जफर खां के पास 35500, आलू बीज के संवेदक लल्लू चंद्रवंशी के पास 40 हजार रुपया बकाया है. वर्ष-2016-17 में रेड़मा स्टैंड के संवेदक विवेक कुमार के पास 60800, गीता भवन पार्किंग के संवेदक अमित कुमार के पास 47 हजार 400, दीन दयाल मार्ग टैक्सी स्टैंड के संवेदक अमित कुमार के पास 68770 रुपया बकाया है.
सैरात बंदोबस्ती का 27 लाख बकाया
आंकड़ों पर गौर करें तो, सैरात बंदोबस्ती का 26 लाख 96 हजार 176 रुपया. संवेदकों के पास बकाया है. यह बकाया पिछले आठ वर्षों से चला आ रहा है. जानकारों की माने तो यदि इस राशि की वसूली हो जाती, तो कर्मियों के वेतन भुगतान में सहूलियत हो सकती थी. लेकिन इस बिंदु पर अपेक्षित ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
सुलगता सवाल
नगर निगम का क्षेत्र बढ़ गया है. कर्मी भी बढ़ेंगे.लेकिन नगर पर्षद के जमाने से जो कर्मी काम कर रहे हैं, उन्हें जब वेतन भुगतान में निगम को संकट का सामना करना पड़ रहा है. तो ऐसे में सुलगता सवाल यह है कि जो नये कर्मी बहाल होंगे उन्हें आखिर कैसे नियमित वेतन का भुगतान हो पायेगा.
क्या कहते हैं
कार्यपालक पदाधिकारी
मेदिनीनगर नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार साव का कहना है कि कर्मियों को वार्ता के लिए बुलाया गया है. हाल में ही एरियर मद में करीब 60 लाख रुपये का भुगतान किया गया है. कर्मियों का ही यह कहना था कि पहले एरियर का भुगतान कर दें. यदि इस वजह से वेतन भुगतान में कुछ देरी भी होगी, तो चलेगा. लेकिन अभी वे लोग हड़ताल की चेतावनी दे रहे हैं. वार्ता किया जा रहा है समस्या का समाधान निकाल लिया जायेगा.
क्या कहते है आंकड़ें
नगर निगम में नियमित कर्मियों की संख्या 55 है. अनुबंध, दैनिक वेतन भोगी को मिला कर यह संख्या 150 के आसपास है.

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