गुजरात के भरूच से 19 जिलों के 1208 श्रमिक पहुंचे पलामू
सरकार वैसे श्रमिकों को वापस झारखंड ला रही है, जिसने घर आने के लिए इच्छा जताया और रजिस्ट्रेशन कराया. बुधवार को विशेष ट्रेन से झारखंड के 19 जिलों के 1208 श्रमिक पलामू पहुंचे. डालटनगंज स्टेशन पर पलामू के उपायुक्त (DC) डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि, पुलिस अधीक्षक (SP) अजय लिंडा, स्टेशन प्रबंधक एके तिवारी, टीआई एके सिन्हा आदि ने सभी श्रमिकों का स्वागत किया.
मेदिनीनगर (पलामू) : लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों का झारखंड में आने का क्रम जारी है. सरकार वैसे श्रमिकों को वापस झारखंड ला रही है, जिसने घर आने के लिए इच्छा जताया और रजिस्ट्रेशन कराया. बुधवार को विशेष ट्रेन से झारखंड के 19 जिलों के 1208 श्रमिक पलामू पहुंचे. डालटनगंज स्टेशन पर पलामू के उपायुक्त (DC) डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि, पुलिस अधीक्षक (SP) अजय लिंडा, स्टेशन प्रबंधक एके तिवारी, टीआई एके सिन्हा आदि ने सभी श्रमिकों का स्वागत किया.
विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बीच श्रमिकों को क्रमवार ट्रेन की बोगी से प्लेटफार्म पर उतारा गया और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उनका मेडिकल चेकअप हुआ. सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कनेडी के नेतृत्व में चिकित्सक व चिकित्सा विभाग की टीम सभी श्रमिकों का मेडिकल स्क्रीनिंग किया. इससे पहले सभी श्रमिकों को मास्क व सेनेटाईजर दिया गया. स्वास्थ्य जांच की प्रक्रिया पूरी करने के बाद पलामू जिला के श्रमिकों को बस द्वारा चियांकी हवाई अड्डा परिसर में बने विशेष सहायता केंद्र में भेजा गया, जबकि अन्य जिलों के श्रमिकों को बस द्वारा उन्हें गृह जिला में भेजा गया. ट्रेन से आये सभी श्रमिकों को स्टेशन परिसर में भोजन का पैकेट,ओआरएस पैकेट एवं पानी की बोतल उपलब्ध करायी गयी.
श्रमिकों के आगमन को लेकर डालटनगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म व स्टेशन परिसर को सैनेटाइज कियागया था. पलामू के उपायुक्त (DC) डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि ने सभी श्रमिकों को शुभकामना दी. उन्होंने कहा कि पलामू जिला प्रशासन श्रमिकों के कौशल विकास, स्वरोजगार व स्वास्थ्य के लिए तत्पर है. श्रमिकों की सुविधाओं का ख्याल रखा जा रहा है. सभी के सहयोग और समन्वय से स्वस्थ व सुरक्षित पलामू की संकल्पना मूर्त रूप लेगी. उन्होंने सभी श्रमिकों को कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए सरकार व प्रशासन के निर्देशों का पालन करने को कहा.
इधर, चियांकी हवाई अड्डा परिसर में बने सहायता केंद्र में पलामू के श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन हुआ और उनका विशेष रूप से स्वास्थ्य जांच किया गया. स्वास्थ्य जांच की प्रक्रिया पूरी करने के बाद आवश्यक सुझाव दिया गया और बस के द्वारा उन्हें गृह प्रखंड भेजा गया.
गढ़वा जिला के सर्वाधिक 508 श्रमिक
गुजरात के भरूच से स्पेशल ट्रेन के माध्यम से पलामू में 1208 श्रमिक पहुंचे. इसमें गढ़वा के सर्वाधिक 508 श्रमिक थे. वहीं, पलामू के 324, गढ़वा के 508, सिमडेगा के 80, गोड्डा के 56, पश्चिमी सिंहभूम के 15, हजारीबाग के 4, रांची के 1, बोकारो के 1, पूर्वी सिंहभूम के 1, कोडरमा के 8, चतरा के 10, खूंटी के 16, पाकुड़ के 29, देवघर के 30, धनबाद के 20, गिरिडीह के 22, गुमला के 22, दुमका के 23 औरसाहिबगंज के 38 श्रमिक शामिल थे.
श्रमिकों ने सरकार के प्रति जताया आभार
गुजरात के भरूच से स्पेशल ट्रेन से आये झारखंड के 19 जिलों के 1208 श्रमिकों ने पलामू पहुंचने पर सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया. श्रमिकों ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन लागू होने के बाद उनलोगों को काफी परेशानी हो रही थी. देवघर के विशाल, पलामू के निर्मल विश्वकर्मा, संतु एवं राहुल कुमार पासवान आदि श्रमिकों ने बताया कि वे गुजरात में विभिन्न कार्यों से जुड़े थे. लॉकडाउन होने पर सभी कार्य बंद हो गये. कमरे में रहना पड़ता था. रोजी-रोटी की चिंता के साथ-साथ घर-परिवार की चिंता होने लगी थी. पैसे भी समाप्त हो रहे थे और काम मिलने की उम्मीद भी नहीं थी. कोरोना वायरस के संक्रमण का भय सता रहा था. सरकारी व प्रशासनिक प्रयास से वे लोग अपने गांव-घर वापस लौटे हैं.