मेदिनीनगर : अजय दुबे की हत्या में डीएसपी की भूमिका संदिग्ध : त्रिपाठी
मेदिनीनगर : पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने कांग्रेसी नेता अजय दुबे की हत्या में पुलिस उपाधीक्षक प्रेमनाथ की भूमिका को संदिग्ध बताया है. रविवार को परिसदन में प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मंत्री श्री त्रिपाठी ने इस मामले की जांच की मांग पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा से की है. कहा है कि एसपी श्री माहथा पर […]
मेदिनीनगर : पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने कांग्रेसी नेता अजय दुबे की हत्या में पुलिस उपाधीक्षक प्रेमनाथ की भूमिका को संदिग्ध बताया है. रविवार को परिसदन में प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मंत्री श्री त्रिपाठी ने इस मामले की जांच की मांग पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा से की है. कहा है कि एसपी श्री माहथा पर उन्हें भरोसा है.
क्योंकि वह हमेशा न्याय के पक्ष में काम करते हैं. इसलिए इस पूरे मामले की जानकारी उन्हें दी गयी है. अपेक्षा यह है कि इसमें दोषी को चिह्नित कर कार्रवाई होगी. यदि इसके बाद एसपी स्तर से उनलोगों को न्याय नहीं मिला तो इस मामले को लेकर आंदोलन तेज किया जायेगा.
जरूरत पड़ने पर इस मामले के सीबीआइ जांच के लिए सरकार पर दबाव बनाया जायेगा. जरूरत पड़ने पर न्यायालय के शरण में भी जायेंगे. प्रेस कांफ्रेंस में श्री त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस ने ही अनुसंधान में स्पष्ट किया कि पैसे के लेनदेन के कारण हत्या हुई.
जब पैसा वापस करने का मामला था, तब इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक प्रेमनाथ ने समझौता कराया था. एक आरक्षी अमित सिंह से किस्त की राशि भी ली गयी थी. जब समझौता हो गया. दोनों पक्ष संतुष्ट थे, तो हत्या कैसे हो गयी. जबकि अजय दुबे के पुत्र ने कर्ज लिया था, तो फिर उसकी पिता की हत्या कैसे हो गयी. (
पुलिस को इसका जवाब देना चाहिए. जाम के तुरंत बाद आरोपी का आत्मसमर्पण किया जाना कई संदेह पैदा कर रहा है. उनके पास जो सूचना है, उसके मुताबिक पुलिस ने आरोपी को फोन कर बुलाया और आत्मसमर्पण कराया, ताकि जन आक्रोश दब जाये. इस मौके पर हृदयानंद मिश्रा, कैसर जावेद, विमला कुमारी, कौशल दुबे, रामप्रवेश सिंह सहित कई लोग मौजूद थे.