प्रतिनिधि छत्तरपुर
छत्तरपुर प्रखंड के मनदेया गांव में नौनिहालों के निवाले पर कालाबाजारियों द्वारा डाका डालने का भंडाफोड़ अनुमंडल पदाधिकारी एनके गुप्ता ने किया है. मंदेया गांव के हरिजन टोला के तीन घरों में रखा हुआ आंगनबाड़ी में बांटा जानेवाला सौ क्विंटल से अधिक चोरी का पोषाहार बरामद हुआ है. यह बरामदगी एसडीओ एनके गुप्ता की गुप्त सूचना पर हुई.
एसडीओ ने उक्त गांव में जब छापामारी की तो उन्हें 50 किलो वाले बोरा में एक घर से 35 बोरा पोषाहार मिला. इसके बाद एसडीओ पुलिस को सूचना देकर चले गये. जब गांव में प्रभारी सीडीपीओ पूनम कुमारी और एएसआई जितेंद्र कुमार आये तो गांव में नौ अलग-अलग स्थानों पर पोषाहार के पैकेट जलाये हुए मिले. शक बढ़ा तो दो और घरों में जांच की गयी.
इसके बाद सीताराम के घर में 50 किलो के बोरे में रखा हुआ 150 बोरा, शंकर राम के घर में 40 बोरा और दशरथ राम के घर में 11 बोरा पोषाहार बरामद हुआ. उक्त लोगों के अलावा तीन और घरों में बड़े पैमाने पर पोषाहार छिपाये जाने की सूचना है. लेकिन तीनों घरों के लोग अपने घर में ताला बंद कर फरार हो गये हैं. इस गांव में आंगनबाड़ी केन्द्र भी है जिसकी सेविका लक्ष्मी देवी और सहायिका पानपति देवी है.
ग्रामीणों और जिनके घर में पोषाहार मिला है, उनका कहना है कि सोमवार की रात गांव के ही राजू राम ने सभी के घर में पोषाहार रखा था. पोषाहार का पैकेट फाड़कर बड़े बोरा में भरने के लिए गांव के लड़कों का इस्तेमाल किया गया था. सीडीपीओ ने बताया कि वर्ष 2018 के बाद प्रमोद कुमार नामक व्यक्ति को जो हुसैनाबाद के हैं, को पोषाहार सप्लाई का ठेकेदार बनाया गया है. यह हरिहरगंज और छतरपुर का ठेकेदार है.
यह ठेकेदार सीडीपीओ कार्यालय के एक कर्मी का रिश्तेदार बताया जाता है. पिछले अगस्त माह में उक्त ठेकेदार द्वारा पिछुलिया गांव में बड़े पैमाने पर पोषाहार का रैपर जलाया था जिसके बाद ग्रामीणों ने बहुत हंगामा किया था और रैपर जलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था. सीडीपीओ ने सभी संदेहात्मक घरों और गोदाम को सील करने की बात कही है. समाचार लिखे जाने तक गांव के अन्य घरों में पुलिस का सर्च अभियान जारी था.