छतरपुर (पलामू) : झारखंड के पलामू जिला में आंगनबाड़ी पोषागार की कालाबाजारी के मामले में छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) पूनम कुमारी ने यह प्राथमिकी दर्ज करायी है. पूनम कुमारी ने बताया कि मंगलवार को उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिये बड़े पैमाने पर पोषाहार की कालाबाजारी हो रही है.
उन्होंने बताया कि नौनिहालों को दिये जाने वाले पोषक आहार को दूसरे राज्य में बेचने की नीयत से कहीं जमा किया जा रहा था. इसमें सप्लायर प्रमोद कुमार समेत छह लोग शामिल हैं. उन्होंने एसडीओ एनके गुप्ता को इसकी जानकारी दी और उन्होंने त्वरित करवाई करते हुए शंकर राम के घर छापामारी कर प्लास्टिक की 35 बोरियों में भरकर रखे गये पोषाहार व उसकी खाली बोरियां जब्त की.
शंकर और उसके आसपास के घरों की भी तलाशी ली गयी. इस दौरान शंकर के मकान से 150 बोरी व दशरथ राम के घर से 11 बोरी पोषाहार बरामद हुए. कार्रवाई चल ही रही थी कि ग्रामीणों ने सूचना दी कि प्रवेश राम, सत्येंद्र राम, राजेंद्र राम और विमली कुंवर के घर में भी ऐसी बोरियां हैं. इसके बाद आगे की कार्रवाई के दौरान प्रवेश राम के घर से 30 बोरी, सत्येंद्र राम के घर से 20 बोरी, राजेंद्र राम के घर से 16 बोरी व विमली कुंवर के घर से 66 बोरी राशन जब्त की गयी.
सीडीपीओ ने बताया कि नवंबर, 2018 से पोषाहार का वितरण ठेकेदार के माध्यम से सीधा केंद्रों को किया जा रहा है. ठेकेदार प्रमोद राम ने इसका लाभ उठाना शुरू किया. उसने भोले-भाले ग्रामीणों को पैसे का लालच देकर एक-एक किलो के पैकेट को फाड़कर पोषाहार को बड़ी-बड़ी बोरियों में भरकर उसे बिहार में ऊंची कीमत पर बेचने लगा. जानकारी मिलने पर इस दिशा में कार्रवाई की गयी और 6 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी.
सीडीपीओ ने जिन 6 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है, उनमें हुसैनाबाद निवासी ठेकेदार प्रमोद राम, मनदेया गांव के पोषाहार माफिया राजू राम, शंकर राम, मुकेश राम, सुमेश राम व मालती देवी शामिल हैं.
थाना से पोषाहार की 102 बोरियां गायब
मंगलवार को प्रशासन ने मनदेया गांव के सात घरों में छापामारी करते हुए 328 बोरी पोषाहार बरामद की गयी. बुधवार को थाना लाने के दौरान 102 बोरियां गायब हो गयी. इसको लेकर ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चा चल रही है.
बाल विकास परियोजना कार्यालय छतरपुर के चपरासी का बेटा है सप्लायर
छतरपुर बाल विकास परियोजना कार्यालय में कार्यरत रामनंदन राम का बेटा प्रमोद कुमार पोषाहार की सप्लाई करता है. इस बात को लेकर आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं का कहना है कि बाप-बेटे की मिलीभगत से बिना केंद्रों में वितरण किये पोषाहार को पड़ोसी राज्य में बेच दिया जाता था.