प्रतिनिधि छतरपुर (पलामू)
छतरपुर : नौनिहालों को दी जाने वाली पोषाहार की कालाबाजारी मामले में आठ दिन बीत जाने के बावजूद अब तक कोई कर्रवाई नहीं हुई है. जिसका फायदा उठाकर ठेकेदार प्रमोद राम प्रखंड के गांव-गांव जाकर आंगनबाड़ी सेविका से पोषाहार आपूर्ति पंजी पर हस्ताक्षर करा रहा है. मालूम हो कि 24 सितंबर को गुप्त सूचना पर अनुमंडल पदाधिकारी एन के गुप्ता व प्रभारी सीडीपीओ पूनम कुमारी ने मनदेया गांव में छापामारी कर सात घरों में रखे पोषाहार को जब्त करते हुए कालाबाजारी में संलिप्त छह लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाया था.
इनमें पोषाहार आपूर्ति ठेकेदार प्रमोद राम, राजू राम सहित अन्य चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुए रामगढ़ स्थित पुनर्वास में प्रमोद की गोदाम को सील किया गया था. परंतु आठ दिन बीत जाने के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने से लोगों के बीच चर्चा है कि सब मामला पैसे देकर रफा-दफा करा दिया गया है.
आरोपी ठेकेदार खुला घूम रहा है और अपनी स्टॉक को पूरा दिखाने के लिए आंगनबाड़ी सेविका को डरा धमकाकर आपूर्ति पंजी पर जबरन हस्ताक्षर करा रहा है, ताकि अधिकारी के द्वारा जांच के दौरान पूछे जाने पर अपने द्वारा केंद्र को पोषाहार आपूर्ति कर दिये जाने का पुख्ता प्रमाण दे सके.
इस बाबात प्रभारी सीडीपीओ पूनम कुमारी ने पूछे जाने पर बताया कि सेविका से जबरन हस्ताक्षर कराये जाने की लिखित शिकायत उन्हें मिली है, जिसके आधार पर ठेकेदार प्रमोद के द्वारा जांच को प्रभावित करने को लेकर पुनः मुकदमा दर्ज कराया जायेगा.
ठेकेदार प्रमोद राम को छतरपुर के अलावे पिपरा बाजार, हरिहरगंज, नौडीहा बाजार व हुसैनाबाद का भी आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार आपूर्ति करने का ठेका मिला है. आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका के हड़ताल पर चले जाने का भरपूर लाभ लेते हुए पिछले तीन माह का आवंटित पोषाहार केंद्रों में आपूर्ति के जगह उसकी कालाबाजारी कर दी. ठेकेदार प्रमोद राम के पिता रामनंदन राम जो छतरपुर बाल विकास परियोजना कार्यालय में आदेशपाल के पद पर कार्यरत हैं, लोगों से कहते फिर रहे हैं कि उनका ठेकेदार बेटा प्रमोद किसी सूरत में जेल नहीं जायेगा, क्योंकि वह विभाग में कार्यरत हैं सब मैनेज कर लेगा.