पिकअप ने बाइक को मारी टक्कर, पिता-पुत्र की मौत
हरिहरगंज(पलामू) : मेदिनीनगर-औरंगाबाद मुख्य पथ (एनएच-98) पर शुक्रवार को पिकअप वैन और बाइक की सीधी टक्कर में बाइक सवार पिता-पुत्र की मौत हो गयी. हादसा सुबह 5:00 बजे हरिहरगंज के रक्सेल तेंदुआ मोड़ पर हुआ. घटना से गुस्साये ग्रामीणों ने दोपहर 2:00 बजे हरिहरगंज के कटैया के पास सड़क जाम कर दी. लोग पिकअप वैन […]
हरिहरगंज(पलामू) : मेदिनीनगर-औरंगाबाद मुख्य पथ (एनएच-98) पर शुक्रवार को पिकअप वैन और बाइक की सीधी टक्कर में बाइक सवार पिता-पुत्र की मौत हो गयी. हादसा सुबह 5:00 बजे हरिहरगंज के रक्सेल तेंदुआ मोड़ पर हुआ. घटना से गुस्साये ग्रामीणों ने दोपहर 2:00 बजे हरिहरगंज के कटैया के पास सड़क जाम कर दी. लोग पिकअप वैन के चालकों पर कार्रवाई और मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. अधिकारियों की मान-मनौवल के बाद शाम 6:00 बजे के आसपास जाम खत्म हुआ.
जानकारी के अनुसार हरिहरगंज थाना क्षेत्र की खड़गपुर पंचायत के गिदी गांव निवासी रामानंदन सिंह अपने पुत्र रोहित सिंह के साथ बाइक से मवेशी बेचने बिहार के संडा जा रहे थे. बाइक सवार दोनों पिता-पुत्र में से किसी ने हेलमेट नहीं पहना था. दोनों हरिहरगंज के रक्सेल तेंदुआ मोड़ पर पहुंचे ही थे कि सामने से आ रही पिकअप वैन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी. हादसे में पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गये. स्थानीय लोगों ने दोनों को हरिहरगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. बाकी पेज 19 पर
पिकअप ने बाइक को…
यहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए दोनों को औरंगाबाद सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. हरिहरगंज से औरंगाबाद जाने के क्रम में रामानंदन सिंह की मौत हो गयी. जबकि, रोहित सिंह को बेहतर इलाज के लिए बिहार के सासाराम ले जाया जा रहा था, लेकिन उसने भी रास्ते में दम तोड़ दिया. रोहित सिंह स्नातक का छात्र था और उसके पिता खेती-किसानी करते थे.
एनएच-98 पर लगी वाहनों की लंबी कतार
घटना के विरोध में ग्रामीणों ने राजद के कमलेश यादव के नेतृत्व में सड़क जाम कर दी. थाना प्रभारी वंशनारायण सिंह नाराज लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन, प्रदर्शनकारी पिकअप वैन के चालक पर कार्रवाई और मृतक के परिजन को मुआवजा की मांग पर अड़े हुए थे. स्थानीय लोग मौके पर अधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहे थे. लेकिन, बीडीओ यहां नहीं आ सके, क्योंकि वे रांची में एक बैठक में शामिल होने गये थे. जब उन्हें घटना की सूचना मिली, तो उन्होंने अपने कनीय अधिकारी को मौके पर भेजा, जिन्होंने लोगों से बातचीत कर जाम खत्म कराया. शाम 6:00 बजे जमा खत्म हो पाया.