बढ़ कर 2.34 अरब रुपये हुई जलापूर्ति योजना की लागत

मेदिनीनगर : नगर पर्षद से मेदिनीनगर को निगम बनाने के लिए जिन इलाकों को शहरी क्षेत्र में शामिल किया गया था, उन इलाकों को भी अब शहरी जलापूर्ति योजना फेज टू से जोड़ा जा रहा है. इसे लेकर कुछ माह पहले निगम के 35 वार्ड में सर्वे का काम किया गया था. उसके बाद इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2019 12:44 AM

मेदिनीनगर : नगर पर्षद से मेदिनीनगर को निगम बनाने के लिए जिन इलाकों को शहरी क्षेत्र में शामिल किया गया था, उन इलाकों को भी अब शहरी जलापूर्ति योजना फेज टू से जोड़ा जा रहा है.

इसे लेकर कुछ माह पहले निगम के 35 वार्ड में सर्वे का काम किया गया था. उसके बाद इस प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कर ली गयी है. गुरुवार को डीपीआर के साथ वैपकोस व जुडको कंपनी के पदाधिकारियों ने इस परियोजना को लेकर प्रजेंटेंशन किया.

इस दौरान मुख्य रूप से नगर निगम के आयुक्त दिनेश प्रसाद मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान यह बताया गया कि जो प्रोजेक्ट तैयार किया गया है उसमें यह ध्यान रखा गया है कि शहर का कोई भी इलाका न छूटे. साथ ही सभी वार्ड की सड़क व गली में भी पाइप लाइन बिछायी जायेगी ताकि हर घर के लोगों को सहज रूप में पर्याप्त पानी मिल सके.
मालूम हो कि पूर्व में फेज टू का काम 35 करोड़ का था. बाद में यह बढ़कर 52 करोड़ का हुआ था. उसके बाद इसकी लागत एक अरब तक पहुंच गयी थी. लेकिन अब नये प्रोजेक्ट के मुताबिक, फेज टू जलापूर्ति योजना पर दो अरब 34 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

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