डिग्री कॉलेज भवन निर्माण में भारी अनियमितता, विधायक ने कहा- विधानसभा में रखूंगी बात

प्रतिनिधि छतरपुर छत्तरपुर प्रखंड के मुनकेरी पंचायत के राजमनडीह गांव में बन रहे डिग्री कॉलेज भवन निर्माण में भारी अनियमितता हो रही है. उक्त बातें क्षेत्रीय विधायक पुष्पा देवी ने भवन निर्माण कार्य की जांच के दौरान कही. उन्‍होंने कहा कि भवन निर्माण में गड़बड़ी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 16, 2020 4:37 PM

प्रतिनिधि छतरपुर

छत्तरपुर प्रखंड के मुनकेरी पंचायत के राजमनडीह गांव में बन रहे डिग्री कॉलेज भवन निर्माण में भारी अनियमितता हो रही है. उक्त बातें क्षेत्रीय विधायक पुष्पा देवी ने भवन निर्माण कार्य की जांच के दौरान कही. उन्‍होंने कहा कि भवन निर्माण में गड़बड़ी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. इस बिंदु को लेकर आगामी विधान सभा सत्र में सवाल पूछा जायेगा और इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने को लेकर मांग करुंगी.

विधायक ने जांच के दौरान पाया कि भवन में जो ईंट का प्रयोग किया जा रहा है वह काफी घटिया किस्म की है. एक ईंट को विधायक ने हाथ में लेकर कर जमीन पर गिराया तो ईंट के कई टुकड़े हो गये. इसपर विधायक ने मुंशी से पूछा कि अपने घर में इस प्रकार के ईंट का प्रयोग आप करोगे. इसके जवाब में मुंशी ने कहा बिल्कुल नहीं.

जिसपर पुष्पा देवी ने संवेदक के मुंशी को कड़ी फटकार लगायी कि जब तुम अपने घर मे इस घटिया ईंट का प्रयोग नहीं कर सकते तो करोड़ों की लागत से बनने वाले इस भवन में जिसके नीचे हजारों बच्चे बच्चियों शिक्षा ग्रहण कर रहे होंगे, इसमें इसका प्रयोग क्‍यों किया जा रहा है. बच्‍चों की जान से खिलवाड़ मैं नहीं होने दूंगी.

इसके बाद विधायक ने भवन निर्माण में लगाये जा रहे सीमेंट, छर्री व सरिया की भी जांच की तो पाया कि सीमेंट सबसे निम्न स्तर का है वहीं छर्री भी मानक के अनुरूप नहीं है जिसपर विधायक पुष्पा देवी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि हजारों बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ संवेदक को नहीं करने दूंगी, कॉलेज भवन का निर्माण उच्च शिक्षा के लिए किया जा रहा है न कि बच्चों की जान जोखिम में डालने के लिए.

जांच के दौरान पाया गया कि संवेदक सारे नियम कायदे को ताख पर रखकर कार्य कर रहा है जिस दिन विधायक श्रीमती पुष्पा देवी जांच कर रही थी, उस दौरान भवन के ऊपरी तल्ले की छत की ढलाई का कार्य मजदूर कर रहे थे, जबकि एक भी मजदूर सेफ्टी बेल्ट, पोशाक व हेलमेट नहीं पहने हुए थे. ऐसे में कभी भी मजदूर की जान खतरे में पड़ सकती थी. जिसका ख्‍याल संवेदक ने नहीं रखा.

प्रावधान के अनुसार छत की ढलाई के वक्त विभाग के अभियंता को चहां मौजूद होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं पाया गया निर्माण कार्य स्थल पर एक भी अभियंता मौजूद नहीं थे. निर्माण स्‍थल अनुमंडल मुख्यालय से लगभग आठ किलोमीटर दूर होने की वजह से वहां कोई पदाधिकारी देखने नहीं आता, जिसका पूरा लाभ लेते हुए संवेदक निर्माण कार्य में घटिया से घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर रहा है.

मालूम हो कि तत्कालीन सरकार ने अनुमंडल मुख्यालत में एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज नहीं होने की स्तिथि में डिग्री कॉलेज की स्वीकृति प्रदान की थी. जिसका प्राकलन 14 करोड़ 58 लाख है व 27 फरवरी 2019 को निर्वतमान विधायक सह सत्ता रूढ़ दल के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने भवन निर्माण की नींव रखी थी. जांच के दौरान पूर्व सांसद मनोज कुमार, सरताज खान, राज सागर, सोलड़ी सिंह, अनिल यादव, जगदीश यादव सहित अन्य लोग मौजूद थे.

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