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पड़वा गोदाम से पांच माह में 14599 क्विंटल चावल गायब

नावाबाजार व पड़वा प्रखंड के लाभुकों के बीच वितरण का था चावल

मेदिनीनगर. जिले के पड़वा गोदाम से पांच महीने में 14599.18 क्विंटल चावल गायब हो गया. वहीं नावाबाजार प्रखंड के 10668 कार्डधारी के 46159 लाभुक व पड़वा प्रखंड के 10341 कार्डधारी के 44317 लाभुक को पिछले पांच महीने से चावल नहीं मिल पा रहा है. कई कार्डधारी को अंगूठा का निशान लगवाने के बाद भी चावल नहीं दिया गया है. कार्डधारी के साथ-साथ संबंधित प्रखंड के डीलर भी काफी परेशान हैं. इस संबंध में जिला आपूर्ति पदाधिकारी से शिकायत भी कर चुके हैं. बावजूद कई डीलरों को चावल नहीं मिल पाया है. सबसे ज्यादा परेशान वैसे डीलर हैं, जिन्होंने उच्च अधिकारी के कहने पर कार्डधारी से अंगूठा तो लगवा लिया. लेकिन चावल नहीं मिलने के कारण कार्डधारी को चावल नहीं दे पाये. मालूम हो कि प्रभु राम 21 जुलाई 2024 तक पड़वा गोदाम प्रबंधक के साथ-साथ नावाबाजार के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के भी प्रभार में थे. वर्तमान में वह पड़वा गोदाम के सहायक गोदाम प्रबंधक हैं. पड़वा गोदाम से ही नावाबाजार प्रखंड व पड़वा प्रखंड के जन वितरण प्रणाली दुकानदारों को चावल दिया जाता है. नावाबाजार प्रखंड में डीलरों की संख्या 32 है. लेकिन उसमें 28 कार्यरत हैं. चार डीलर निलंबित हैं. जबकि पड़वा प्रखंड में डीलरों की संख्या 33 है. जिसमें एक डीलर की मृत्यु हो गयी है. वहीं एक डीलर निलंबित है.

14599.18 क्विंटल चावल का नहीं हुआ वितरण :

विभागीय सूत्रों की मानें तो पड़वा प्रखंड में अप्रैल महीने के आठ डीलर का 444.86 क्विंटल चावल, मई महीने में 11 डीलर का 646.29 क्विंटल चावल, जून महीने में 23 डीलर का 1535.06 क्विंटल, जुलाई महीने में 2274 क्विंटल व अगस्त महीने में 2275 क्विंटल चावल का वितरण नहीं किया गया है. इसमें अप्रैल, मई व जून महीने में कई कार्डधारी से अंगूठा लगवा कर भी चावल नहीं दिया गया. जबकि नावाबाजार प्रखंड के मई महीने में 18 डीलर का 1178 क्विंटल, जून महीने में 15 डीलर का 1224 क्विंटल, जुलाई महीने में 2510 क्विंटल व अगस्त महीने में 2509 क्विंटल चावल का वितरण अभी तक नहीं किया गया है. इसमें मई व जून महीने का अंगूठा लगवाकर भी कार्डधारी को चावल नहीं दिया गया है.

हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगे डीलर :

नावाबाजार प्रखंड व पड़वा प्रखंड के कई डीलर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पिछले पांच महीने से चावल नहीं मिलने के विरोध में हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जायेगा. वहीं पड़वा के सहायक गोदाम प्रबंधक प्रभु राम ने बताया कि पहले से भी चावल का शॉर्टेज था. उनके द्वारा चावल नहीं बेचा गया है.

एमओ ने सहायक गोदाम प्रबंधक से पूछा स्पष्टीकरण :

नावाबाजार के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने पड़वा गोदाम के सहायक गोदाम प्रबंधक प्रभु राम से इस संबंध में स्पष्टीकरण पूछा है. जिसमें कहा है कि आपके द्वारा पीभीटीजी डाकिया योजना के तहत भौतिक रूप से खाद्यान्न निर्गत किये बिना ही ऑनलाइन पोर्टल पर एंट्री प्रदर्शित कर दी गयी. संभावना है कि आवंटित खाद्यान्न की कालाबाजारी कर दी गयी है. आपकी लापरवाही के कारण जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं की कार्यशैली पर प्रश्न चिह्न खड़ा हो रहा है. जिसके लिए आप पूर्ण रूप से जिम्मेवार हैं. उपरोक्त अनियमितता से यह परिलक्षित होता है कि आपके द्वारा जान-बूझकर कार्यों में उदासीनता एवं मनमाने ढंग से राज्य खाद्य निगम गोदाम का संचालन किया जा रहा है. जुलाई 2024 का वितरण प्रतिशत 3.33% पाया गया. जबकि भारतीय खाद्य निगम द्वारा पड़वा गोदाम को अगस्त माह तक का शत प्रतिशत मात्रा उपलब्ध करा दिया गया है. लेकिन आपके द्वारा जुलाई माह का विक्रेताओं को खाद्य वितरण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है.

मामले में क्या कहती हैं डीएसअो :

जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रीति किस्कू ने बताया कि पड़वा गोदाम से गायब चावल के संबंध में डीसी के द्वारा रिपोर्ट मांगी गयी है. रिपोर्ट तैयार की जा रही है. पूरी रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही पता चल पायेगा कि कितना चावल गायब हुआ है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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