ओके….जब मोहम्मद की बात होती है…

नातिया मुशायरा का आयोजनफोटो-18 डालपीएच- 2कैप्सन- मुशायरा में शामिल शायर मेदिनीनगर. शहर के पहाड़ी स्थित अबरार अहमद खां के आवास पर नातिया मुशायरा का आयोजन किया गया. हजरत अल्लामा व मौलाना सैयद शाह हम्माद अहमद शाबीर कादरी की याद में अंजुमन फरोगे अदब ने इसका आयोजन किया. कुरआन पाक की तिलावत से मुशायरा की शुरुआत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2014 11:02 PM

नातिया मुशायरा का आयोजनफोटो-18 डालपीएच- 2कैप्सन- मुशायरा में शामिल शायर मेदिनीनगर. शहर के पहाड़ी स्थित अबरार अहमद खां के आवास पर नातिया मुशायरा का आयोजन किया गया. हजरत अल्लामा व मौलाना सैयद शाह हम्माद अहमद शाबीर कादरी की याद में अंजुमन फरोगे अदब ने इसका आयोजन किया. कुरआन पाक की तिलावत से मुशायरा की शुरुआत की गयी. इसमें शहर के शायरों ने भाग लिया. इसकी सदारत अबरार अहमद कादरी ने की. नेजामत मिर्जा खलील बेग ताहीर ने किया. मोहम्मद जफर बल्खी ने कार्यक्रम के औचित्य पर प्रकाश डाला. संस्था के सचिव शायर अनवर शाकीर ने कलाम पेश करते हुए कहा कि जब मोहम्मद की बात होती है, वज्द में कायनात होती है, हम भी तैयबा में जाके देख आते कैसा दिन, कैसी रात होती है. शायर अलाउद्दीन साह चराग ने कोई शानी नहीं बा खुदा आपका, क्या बताये कोई मर्तबा आपका कलाम पेश किया. इसी तरह शायर अमीन रहबर, प्रो मकबूल मंजर, डॉ इंतखाब असर, एमजे अजहर, सुब्हान शाहजादा, मोहम्मद मेराज आलम, हाजी मोहम्मद उस्मान कादरी, फारुख अहमद, मुस्तफा बल्खी, नौशाद अहमद खां, शमीम रिजवी, नसीम रेयाजी आदि ने अपनी रचना प्रस्तुत की. मौके पर शमीम अहमद राइन, मोहम्मद हसनैन खां, खुर्शीद अहमद, कलीमुर्रहमान, मोहम्मद असलम, मंसूर अहमद सहित कई लोग मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version