160 लोग कोरोना को दे चुके हैं मात
पलामू में 40 मरीजों ने कोरोना को मात दी है. 22 जुलाई को एक साथ 67 मामले आने के बाद 24 जुलाई की शाम 40 मरीजों को एक साथ पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल से छुट्टी मिली. यह खबर पलामू के लिए राहत देने वाली है. क्योंकि पिछले 22,23 और 24 जुलाई को जो रिपोर्ट आयी है, उसमें तीन दिनों के अंदर 100 मामले आये है.
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मेदिनीनगर : पलामू में 40 मरीजों ने कोरोना को मात दी है. 22 जुलाई को एक साथ 67 मामले आने के बाद 24 जुलाई की शाम 40 मरीजों को एक साथ पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल से छुट्टी मिली. यह खबर पलामू के लिए राहत देने वाली है. क्योंकि पिछले 22,23 और 24 जुलाई को जो रिपोर्ट आयी है, उसमें तीन दिनों के अंदर 100 मामले आये है.
जबकि 25 अप्रैल से 21 जुलाई तक यह आंकड़ा 131 तक था. 40 मरीजों को छुट्टी मिलने के बाद पलामू में एक्टिव मरीजों की संख्या अब 68 रह गयी है. अभी के जो आंकड़े हैं, उसमें यह देखा जा रहा है कि पुलिस कर्मी अधिक संक्रमित पाये जा रहे हैं. पलामू में अब तक कोरोना पॉजिटिव के 228 मामले पाये गये हैं.
इसमें इलाज के बाद 160 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. कल जिन 40 मरीजों ने कोरोना को मात दी, उन्हें सिविल सर्जन डॉ जॉनएफ केनेडी ने विदाई. इस दौरान मरीजों को मास्क व सैनिटाइजर दिया गया और 14 दिनों तक होम कोरेंटिन में रहने को कहा गया. मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आफताब आलम, डीपीएम दीपक गुप्ता, डॉ एमपी सिंह, सुमित श्रीवास्तव, आलोक सिंह सहित कई लोग मौजूद थे.
सर्तक व सजग रहने की जरूरत : पलामू के उपायुक्त शशिरंजन ने कोरोना को मात देनेवाले मरीजों को शुभकामना दी. कहा कि इस दौरान में सतर्क व सजग रहने की जरूरत है. कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. सबको सजग रह कर कोरोना को परास्त करने के लिए काम करना चाहिए.उन्होंने मरीजों से कहा कि होम कोरेंटिन में रहते हुए सरकार के निर्देशों का पालन करें.
इधर चर्चा में है यह बात : पलामू में कोरोना के मरीज 24 से 48 घंटे के अंदर स्वस्थ भी हो रहे है. ऐसा आखिर कैसे हो रहा है. इस पर लोग सवाल भी उठा रहे है. सोशल मीडिया पर भी लोग इसे लेकर अपनी बात रख रहे हैं. फेसबुक यूजर सन्नी शुक्ला ने इसे लेकर टिप्पणी किया है कि जैसी बात सामने आ रही है कि पलामू में कोविड 19 के मरीज 24 से 40 घंटे के अंदर ठीक हो जा रहे है. पूरे विश्व को पीएमसीएच से इलाज का यह तरीका सीखना चाहिए. कई यूजरों ने कहा कि आखिर यह कैसे हो रहा है, कोई गड़बड़झाला तो नहीं है.
संतुष्ट होने के बाद ही मिलती है छुट्टी : सिविल सर्जन डॉ जॉनएफ कनेडी का कहना है कि मरीजों को छोड़ने में कोई हड़बड़ी नहीं दिखायी जा रही है. पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद ही स्वस्थ मरीजों को छुट्टी दी जा रही है. जहां तक समय का सवाल है, तो पहले मरीजों को छोड़ने में अधिक वक्त इसलिए भी लग जाता था कि सैंपल जांच के लिए रांची भेजा जाता था और वहां से रिपोर्ट आने में काफी देर लगती थी. लेकिन अब जांच की व्यवस्था पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ही है. इसलिए इलाज के लिए भरती मरीजों का टेस्ट निगेटिव आने के बाद छुट्टी दी जा रही है. ऐसा सरकार व आइसीएमआर का निर्देश भी है.
सिविल सर्जन डॉ कनेडी ने बताया कि शुक्रवार को इलाजरत 44 मरीजों का टेस्ट कराया गया था, जिसमें 40 का रिपोर्ट निगेटिव आया और चार का पॉजिटिव. जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आयी उन्हें छुट्टी दे दी गयी. उन्होंने कहा कि जो मरीज पॉजिटिव पाये जाते हैं, उसमें दो तरह के मरीज होते हैं. एक मामूली लक्षण वाले होते है और दूसरा गंभीर लक्षण वाले. जो गाइडलाइन है, उसके मुताबिक दोनों प्रकार के मरीजों को आयुष मंत्रालय का दवा दिया जाता है. इसमें काढ़ा, गरम पानी, नीबु पानी, गोल्डेन मिल्क, च्वनप्राश आदि दिया जाता है.
नौडीहा में मिले दो मरीज : नौडीहा. पलामू के नौडीहा में भी दो कोरोना पॉजीटिव मिले है. जानकारी के अनुसार कोरोना पॉजिटिव में एक दवा दुकानदार और दूसरा शृंगार स्टोर का दुकानदार है. दोनों ने रांची जाकर जांच करायी थी, जिसमें लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. इसे लेकर इलाके को सील करने का काम शुरू कर दिया गया है. नौडीहा का सीमा बिहार को भी छूता है.