अपहरण के 23 दिन बाद मिले मां-बेटे के शव

पाटन (पलामू) : पाटन के लोइंगा में मां-बेटे की हुई हत्या के पीछे अंधविश्वास है. दोहरे हत्याकांड मामले का आरोपी जया शर्मा और गया शर्मा के अलावा इस मामले में कुछ और लोग शामिल हैं, जिनके बारे में पुलिस पता लगाने में जुट गयी है. एक जून को लोइंगा गांव से पतिया देवी और उसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:52 PM

पाटन (पलामू) : पाटन के लोइंगा में मां-बेटे की हुई हत्या के पीछे अंधविश्वास है. दोहरे हत्याकांड मामले का आरोपी जया शर्मा और गया शर्मा के अलावा इस मामले में कुछ और लोग शामिल हैं, जिनके बारे में पुलिस पता लगाने में जुट गयी है.

एक जून को लोइंगा गांव से पतिया देवी और उसके पुत्र जयशंकर शर्मा का अपहरण किया गया था. बताया जाता है कि अप्रैल माह में जया शर्मा का पुत्र पढ़ने के लिए गांव के ही मध्य विद्यालय में गया था. स्कूल से लौटने के क्रम में वह कुआं में गिर गया था. इसके लिए आरोपियों ने पतिया देवी को ही जिम्मेवार ठहराया था.

आरोप लगाया था कि पतिया देवी डायन है, उसने ही बच्चे की जान ले ली. इसे लेकर दोनों परिवार के बीच विवाद हुआ. बाद में मामला शांत हो गया. एक जून को जया शर्मा के एक गाय की मौत हो गयी, इसके लिए भी उसने पतिया को ही जिम्मेवार माना. गांव के लोगों का कहना था कि एक जून को उसके गाय की मौत हुई.

उसी दिन उसने कई लोगों से कहा था कि उसके घर से दो लाश उठ गयी है. अब वह दो लाश गिरा कर ही दम लेगा. उसी दिन मां-बेटे का अपहरण हो गया. पतिया देवी के पति इंद्रदेव शर्मा बगल के गांव में स्थित अपने भंडार में रहते हैं. वहां जयशंकर शर्मा के शादी प्रस्ताव को लेकर कुछ लोग आये थे.

वह उन्हें लेकर जयशंकर शर्मा को दिखाने के लिए जब लोइंगा स्थित घर में पहुंचा तो पाया कि दरवाजा खुला है और मां-बेटे गायब है. उसके बाद पांच जून को मामला दर्ज किया गया था. जंगल से बरामद शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत है. सूचना मिलने के बाद पुलिस निरीक्षक इंद्रासन चौधरी, थाना प्रभारी नियेल कुजूर घटना स्थल पर पहुंचे.

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