हरिहरगंज और पिपरा में 2 बच्चों की डूबने से मौत, परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल
Jharkhand news, Palamu news : प्रकृति और भाई- बहन के प्यार का प्रतीक पर्व करमा की खुशियां पलामू जिला अंतर्गत हरिहरगंज और पीपरा में मातम में बदल गया. 2 अलग- अलग घटनाओं में 2 बच्चों की डूबने से मौत हो गयी. करम डाल लेकर आने और उसे डुबोने के दौरान यह घटना घटी.
Jharkhand news, Palamu news : हरिहरगंज (पलामू) : प्रकृति और भाई- बहन के प्यार का प्रतीक पर्व करमा की खुशियां पलामू जिला अंतर्गत हरिहरगंज और पीपरा में मातम में बदल गया. 2 अलग- अलग घटनाओं में 2 बच्चों की डूबने से मौत हो गयी. करम डाल लेकर आने और उसे डुबोने के दौरान यह घटना घटी.
हरिहरगंज थाना क्षेत्र के सरसोत पंचायत स्थित भित्रिगिद्धि खोंच आहर में डूबने से एक किशोर की मौत हो गयी. मृतक 10 वर्षीय आदर्श कुमार सरसोत गांव निवासी सिंधु राम का पुत्र था. ग्रामीणों के अनुसार, शनिवार की शाम आदर्श करमा पूजा के लिए करम का डाल लेने अपने 8-10 साथियों के साथ गांव के समीप जंगल गया था.
लौटते वक्त सभी लड़के पास ही भित्रिगिद्धि खोंच स्थित्त आहर में स्नान करने लगे. स्नान करने के दौरान आदर्श आहर के गहरे पानी में चला गया और डूब गया. इसके कारण पानी पीने एवं दम घुटने से उसकी मौत हो गयी. हालांकि, परिजन उसे आहार से निकाल कर इलाज के लिए बिहार के औरंगाबाद सदर अस्पताल ले गये, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. आदर्श की मौत से उसके माता- पिता एवं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया तथा गांव में करमा की खुशियां मातम में बदल गयी.
Also Read: Jharkhand News: खुले में जलाये जा रहे हैं कोरोना की जांच करने वाले रैपिड टेस्ट किट और एंटीजन किट
उधर, पीपरा थाना क्षेत्र के सरैया पंचायत स्थित बनाहि गांव में रविवार की सुबह चंदन प्रजापति के 10 वर्षीय पुत्र मयंक कुमार के तालाब में डूबने से मौत हो गयी. ग्रामीणों ने बताया कि मयंक कुमार अपनी मां के साथ में गांव के समीप तालाब में पूजा करने गया था. करमा पूजा के बाद सुबह विसर्जन करने के लिए मयंक की मां वहां गयी थी. पूजा के बाद उसकी मां लौट गयी, जबकि मयंक तालाब में खिले फूल को तोड़ने के लिए पानी में चला गया. मयंक के साथ अन्य बच्चे भी थे.
मयंक फूल तोड़ने के क्रम में पानी की गहराई में समा गया. मयंक को डूबता देख उसके अन्य साथी वहां से भाग निकले. सूचना के बाद मयंक के परिजनों में खलबली मच गयी. अचेत अवस्था में मयंक को बिहार में नबीनगर रेफरल अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. दोपहर में मयंक के शव का अंतिम संस्कार पुनपुन नदी में किया गया. घटना के बाद परिवार वाले को रो- रोकर बुरा हाल है.
Posted By : Samir Ranjan.