नाम है लाइट, पर रोशनी नहीं

मेदिनीनगर : मेदिनीनगर शहर में आनेवाला नया आदमी जब यहां के मुख्य चौक-चौराहों पर लगी मास्ट लाइट को देखता है, तो उसे सहसा एहसास होता है कि शहर विकसित है. यहां रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था है. लेकिन शाम ढलते ही व्यक्ति की धारणा बदल जायेगी. जब बिजली खंभों में लगे बल्ब जलेंगे, पर मास्टलाइट यूं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:56 PM

मेदिनीनगर : मेदिनीनगर शहर में आनेवाला नया आदमी जब यहां के मुख्य चौक-चौराहों पर लगी मास्ट लाइट को देखता है, तो उसे सहसा एहसास होता है कि शहर विकसित है. यहां रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था है.

लेकिन शाम ढलते ही व्यक्ति की धारणा बदल जायेगी. जब बिजली खंभों में लगे बल्ब जलेंगे, पर मास्टलाइट यूं ही खड़ी रहेगी, बेरोशनी. शहर के छहमुहान, सदिक मंजिल चौक, कोयल नदी के किनारे गिरिवर स्कूल के पास,साहित्य समाज चौक, जेलहाता चौक, रेडमा चौक, स्टेशन रोड पर मास्ट लाइट लगी है, लेकिन वह पिछले कई महीनों से जल नहीं रही है. लाइट जलती है या नहीं, इसकी खबर नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी को भी नहीं है.

पूछे जाने पर कार्यपालक पदाधिकारी शफीक आलम का कहना है कि – क्या कह रहे हैं, मास्ट लाइट नहीं जलती है. अभी मिस्त्री भेज कर ठीक करा लेते हैं. इसके बारे में पहले कभी किसी ने कुछ नहीं बताया है.

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