डेंजर बना 11 हजार वोल्ट का तार

पांडु(पलामू). प्रखंड के हिसरा गांव में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का भवन बना है. इसी भवन में विद्यालय संचालित होती है. विद्यालय में प्रकाश की व्यवस्था के लिए 11 हजार वोल्ट का तार खींच कर ट्रांसफारमर लगाया गया है. बिजली खंभा की दूरी 250 मीटर से अधिक है. खंभे की दूरी होने के कारण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2014 7:02 PM

पांडु(पलामू). प्रखंड के हिसरा गांव में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का भवन बना है. इसी भवन में विद्यालय संचालित होती है. विद्यालय में प्रकाश की व्यवस्था के लिए 11 हजार वोल्ट का तार खींच कर ट्रांसफारमर लगाया गया है. बिजली खंभा की दूरी 250 मीटर से अधिक है. खंभे की दूरी होने के कारण तार नीचे की ओर झूल रहा है.

जमीन से करीब चार फीट की ऊंचाई पर बिजली का तार है. मवेशी व आम आदमी के लिए यह खतरा को आमंत्रण दे रहा है. लोगों का कहना है कि बिजली विभाग के मिस्त्री नौशाद आलम की मनमानी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. मिस्त्री ने बिजली का खंभा बेच दिया. यदि उचित दूरी पर खंभा लगाया जाता, तो यह स्थिति नहीं होती.

लोगों ने बताया कि खेत में अरहर की खेती लगी हुई है, तार के संपर्क में आने से अरहर के पौधे जल गये हैं. विद्यालय प्रबंधन समिति ने खतरा की आशंका को देखते हुए बिजली विभाग को पत्र भेजा है. पत्र के माध्यम से स्थिति की जानकारी दी गयी है, फिर भी विभाग मौन व्रत धारण किये हुए है.

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