24 लाख रुपये साइबर फ्रॉड करने का आरोपी पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार

पलामू पुलिस ने 24 लाख साइबर फ्रॉड के मामले में आरोपी रंजीत मैती को पश्चिम बंगाल जिला पूर्वी मेदिनीपुर के इगरा थाना के रूक्मिणीपुर से गिरफ्तार किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 24, 2024 9:13 PM

मेदिनीनगर. पलामू पुलिस ने 24 लाख साइबर फ्रॉड के मामले में आरोपी रंजीत मैती को पश्चिम बंगाल जिला पूर्वी मेदिनीपुर के इगरा थाना के रूक्मिणीपुर से गिरफ्तार किया है. टीम का नेतृत्व कर रहे प्रशिक्षु डीएसपी राजेश कुमार यादव ने बताया कि तकनीकी शाखा के सहयोग से आरोपी रंजीत को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि भुक्तभोगी दिलीप कुमार दास के मामले में रंजीत मैती के अकाउंट में साढ़े छह लाख रुपया था, रंजीत साढ़े छह लाख में से करीब सवा लाख रुपये निकाल चुका है. पांच लाख 24 हजार उसके अकाउंट में होल्ड किया गया है. जो भुक्तभोगी को कोर्ट से आदेश मिलने के बाद मिल जायेगा. इस संबंध में पलामू एसपी रीष्मा रमेशन को गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद टीम गठित कर कार्रवाई की गयी. मामले में कई ऐसे अन्य आरोपी हैं, जिनकी पहचान कर ली गयी है. जिन लोगों के अकाउंट में पैसा गया है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. बताया कि सभी के अकाउंट को होल्ड कर दिया गया है. पैसा की रिकवरी जल्द कर ली जायेगी. पुलिस ने रंजीत के पास से अप्पो कंपनी का दो मोबाइल बरामद किया है. छापेमारी में प्रशिक्षु डीएसपी राजेश यादव, साइबर क्राइम थाना प्रभारी विश्राम उरांव, पुलिस अवर निरीक्षक संतोष कुमार दास, आरक्षी संतोष कुमार, राज कुमार राम व साइबर क्राइम थाना के पुलिसकर्मी शामिल थे. रंजीत ने करीब 20 बैंक अकाउंट खोल रखा है. रंजीत अपने बैंक का एटीएम और नेट बैंकिंग भी दूसरे साइबर अपराधी अबू बकर साहा व अरशद अंसारी को दिया है. यह प्रत्येक एटीएम पर पांच हजार लेता है. अरशद व रंजीत में व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से हमेशा बात करते हैं. रंजीत मैती व अबू बकर दोनों साथ में पढ़े है. अबू बकर साइबर फ्रॉड मामले में तीन बार जेल जा चुका है.

क्या है मामला

वर्ष 2023 में वनांचल ग्रामीण बैंक के अधिकारी दिलीप कुमार दास रिटायर हुए थे. अपनी बेटी की शादी के लिए खाता में पैसा रखे हुए थे. मामला 13 अक्टूबर 2023 का है. 16 अक्टूबर 2023 को साइबर थाना में आवेदन दिया गया था. शहर थाना क्षेत्र के सुदना के दिलीप कुमार दास ने अमेजन के माध्यम से इयरफोन बुक किया था. उन्हें अमेजन के नाम पर उनके मोबाइल पर फोन आया था. आरोपी ने इयरफोन बुक करने के लिए पैसा भेजने बोला था. ठग ने एक ऐप भेजा था. उन्होंने ऐप को डाउनलोड किया, तो इनका मोबाइल हैक हो गया. दो दिनों के अंदर में उनके अकाउंट से 24 लाख रुपये की साइबर फ्रॉड ने निकासी कर ली थी. जब तक उनके अकाउंट से पैसा निकालता रहा, उनका मोबाइल काम नहीं कर रहा था.

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