आना-जाना हुआ मुहाल

* तीन वर्ष बाद भी वंशी नाला पर नहीं बनी पुलिया – पुलिया नहीं होने से दो दर्जन गांव के लोग हैं प्रभावित. बरसात में दोहरी हो जाती है मुश्किल. किसी तरह नाला पार कर लोग कर रहे हैं आवाजाही. बच्चों को स्कूल भेजने में भी लगा रहता है खटका. – सतबरवा (पलामू) : मामला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2013 3:59 AM

* तीन वर्ष बाद भी वंशी नाला पर नहीं बनी पुलिया

– पुलिया नहीं होने से दो दर्जन गांव के लोग हैं प्रभावित. बरसात में दोहरी हो जाती है मुश्किल. किसी तरह नाला पार कर लोग कर रहे हैं आवाजाही. बच्चों को स्कूल भेजने में भी लगा रहता है खटका.


सतबरवा
(पलामू) : मामला वित्तीय वर्ष 2008-09 का है. सतबरवा की बकोरिया पंचायत के कमारू गांव में वंशी नाला पर पुलिया निर्माण का कार्य स्वीकृत हुआ था. 16 लाख रुपये की लागत से इस पुलिया का निर्माण होना था. पर तीन वित्तीय वर्ष बीत जाने के बाद भी पुलिया का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ.

इससे दर्जनों गांव के लोगों को परेशानी हो रही है. लोगों की समस्या दूर हो, इसके लिए अपेक्षित पहल नहीं की जा रही है. पुलिया निर्माण कार्य की कार्यकारी एजेंसी विशेष प्रमंडल है. पुलिया क्यों नहीं बनी, इसके बारे में विभाग के कनीय अभियंता कोई ठोस जवाब नहीं देते.


* क्या
हो रही है परेशानी

पुलिया के नहीं रहने से दो दर्जन गांव के लोगों को परेशानी हो रही है. खास कर बरसात के मौसम में आवागमन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. यदि पुलिया बन गयी होती, तो लोग आसानी से सतबरवा आते. पुलिया के नहीं बनने से कुई, कोपे, जरतुआ, जगतु, लंका, कोरली, डूमी सहित दो दर्जन के गांव के लोग प्रभावित हैं.


* बच्चों
की चिंता लगी रहती है

कमारू गांव के कन्हाई साहू, विशुन उरांव, केवल उरांव का कहना है कि यदि पुलिया बन जाती, तो गांव के बच्चे आसानी से सतबरवा पढ़ने पाते. अभी वे लोग बच्चों को सतबरवा भेजते भी हैं, तो यह चिंता सताती है कि बरसात के दिन में क्या होगा. क्योंकि पुलिया नहीं रहने से गांव में गाड़ी जाने में काफी परेशानी होती है. जब बारिश होती है, तो लोगों को नाला पार करके जाना पड़ता है.

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