किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी

हैदरनगर (पलामू) : प्रखंड के दर्जनों गांव के किसानों की करीब 50 हजार एकड़ भूमि को सिंचित करती है दहाजी नदी. इस पर मंगरदाहा डैम का निर्माण होने से दहाजी नदी से पटवन बंद हो जायेगा. दर्जनों गांव के किसानों ने राज्य के मुख्य मंत्री, पलामू सांसद, स्थानीय विधायक, प्रशासनिक पदाधिकारियों व लघु सिंचाई विभाग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2015 9:02 AM
हैदरनगर (पलामू) : प्रखंड के दर्जनों गांव के किसानों की करीब 50 हजार एकड़ भूमि को सिंचित करती है दहाजी नदी. इस पर मंगरदाहा डैम का निर्माण होने से दहाजी नदी से पटवन बंद हो जायेगा. दर्जनों गांव के किसानों ने राज्य के मुख्य मंत्री, पलामू सांसद, स्थानीय विधायक, प्रशासनिक पदाधिकारियों व लघु सिंचाई विभाग के अभियंताओं को पत्र लिख कर मंगरदाहा डैम का निर्माण कार्य अविलंब रोकने की मांग की है.
उन्होंने पत्र में कहा है कि हैदरनगर प्रखंड के नवडीहा, पतरिया, गोल्हना, जमुआ कला, जमुआ खुर्द, रतनबिगहा, बभंडीह, हैदरनगर, बिगदुबिगहा, चौकड़ी, रसगड़ा, भाई बिगहा, बहेरा आदि गांव के किसानों की करीब 50 हजार एकड़ भूमि का दहाजी नदी से पटवन होता है. उन्होंने लिखा है कि केस नंबर सीआर/1443, दिनांक 09.12.1927 ई़ में न्यायालय द्वारा संबंधित गांव के किसानो के हित में फैसला दिया गया था. उसमें कहा गया है कि सामान्य रूप से नदी से निकलने वाली पइन से पटवन किया जायेगा. किसानों ने लिखा है कि मंगरदाहा डैम का निर्माण हो जाने से दहाजी नदी का पानी बंद हो जायेगा.
जिससे दर्जनो गांव के किसानों के समक्ष समस्या उत्पन्न हो जायेगी. उन्होंने लिखा है कि 50 हजार एकड़ भूमि बंजर हो जायेगी. इससे क्षेत्र के किसानों के लिए गंभीर समस्या खड़ी हो सकती है. उन्होंने मांग की है कि जनहित में मंगरदाहा चेक डैम का निर्माण कार्य अविलंब रोका जाये. अगर ऐसा नहीं किया गया, तो किसान आंदोलानात्मक रूख अपनाने के लिए बाघ्य होंगे व न्यायालय की शरण में भी जायेंगे.
इस संबंध में हुसैनाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी उदयकांत पाठक ने कहा है कि वे इस मामले की अपने स्तर से जांच करायेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों का कथन सही है, तो उन्हें जरूर न्याय मिलेगा. पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले किसानों में राजीवरंजन तिवारी, जयराम कुमार सिंह, रामाश्रय सिंह, मृत्युंजय कुमार सिंह, उदीत कुमार सिंह, जयप्रकाश सिंह, धनंजय कुमार सिंह, रामाधार सिंह, धर्मेंद्र कुमार सिंह, महेंद्र कुमार सिंह, जितेंद्र पाठक, अखिलेश पाठक, मुनेश्वर राम, शशिकांत पाठक, गुप्तेश्वर राम, शिवप्रसाद राम, रोशन कुमार सिंह, विरेंद्र कुमार सिंह, बबन सिंह के अलावा सैकड़ों किसान शामिल हैं.

Next Article

Exit mobile version