आखिर मजहब का हमने क्या बिगाड़ा था?

सफदर हाशमी के शहादत सप्ताह के समापन पर नुक्कड नाटकफोटो-सैकत नेट से मेदिनीनगर. सफदर हाशमी का शहादत सप्ताह इप्टा मना रहा है. इस दौरान एक जनवरी से सांस्कृतिक यात्रा निकाली गयी थी. इस क्रम में संकल्प सभा, ग्रामयात्रा, मुशायरा सह कवि सम्मेलन व नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ. शहादत सप्ताह के समापन के अवसर पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2015 8:03 PM

सफदर हाशमी के शहादत सप्ताह के समापन पर नुक्कड नाटकफोटो-सैकत नेट से मेदिनीनगर. सफदर हाशमी का शहादत सप्ताह इप्टा मना रहा है. इस दौरान एक जनवरी से सांस्कृतिक यात्रा निकाली गयी थी. इस क्रम में संकल्प सभा, ग्रामयात्रा, मुशायरा सह कवि सम्मेलन व नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ. शहादत सप्ताह के समापन के अवसर पर इप्टा के बाल कलाकारों व इप्टा कलाकारों ने बुधवार को कचहरी परिसर में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया. इसमें इप्टा के बाल कलाकारों ने बर्निंग क्वेश्चन नामक नाटक प्रस्तुत किया. बाल कलाकार रोहित मिंज द्वारा लिखित व प्रेम प्रकाश द्वारा निर्देशित नाटक का मंचन हुआ. नाटक के माध्यम से बाल कलाकारों ने पिछले दिनों पाकिस्तान के पेशावर के एक सैनिक स्कूल में हुए आतंकी हमला में मारे गये स्कूली बच्चों की पीड़ा को दर्शाया. नाटक के माध्यम से बाल कलाकारों ने यह सवाल उठाया कि आखिर मजहब का हमने क्या बिगाड़ा था. क्या मजहब हमारी रक्षा इसी तरह करेगी. हम बच्चों की हिफाजत कौन करेेगा. इस नाटक में बाल कलाकार सौरभ, सोना, रमणदीप, प्रतीक कुमार गुप्ता, अमन मिंज, अमरेश, संजीव, समर, सृजन आदि ने भूमिका निभायी. इप्टा के कलाकारों ने महंगाई की मार नाटक प्रस्तुत किया. प्रेम प्रकाश, रवि, मनु, संजीत, अजीत, मोहम्मद हदीस आदि ने भूमिका निभाया.

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