दीन-ए-मोहम्मदी के सफीना हुसैन हैं…
सब्जी बाजार में कार्यक्रम का आयोजनफोटो-12 डालपीएच-3कैप्सन-कार्यक्रम में शामिल लोगमेदिनीनगर. ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर रविवार की शाम में सब्जी बाजार में लंगरख्वानी के बाद जलसा का आयोजन किया गया. इसमें मौलाना महताब आलम जेयायी ने तकरीर करते हुए कहा कि इसलाम प्रेम व शांति का संदेश देता है. पैगंबर मोहम्मद साहब ने इसलाम के […]
सब्जी बाजार में कार्यक्रम का आयोजनफोटो-12 डालपीएच-3कैप्सन-कार्यक्रम में शामिल लोगमेदिनीनगर. ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर रविवार की शाम में सब्जी बाजार में लंगरख्वानी के बाद जलसा का आयोजन किया गया. इसमें मौलाना महताब आलम जेयायी ने तकरीर करते हुए कहा कि इसलाम प्रेम व शांति का संदेश देता है. पैगंबर मोहम्मद साहब ने इसलाम के माध्यम से पूरी दुनिया में शांति का पैगाम दिया है. इसे अपनाने की जरूरत है. मौलाना महातब आलम नूरी, मौलाना जाबीर हुसैन, कारी जसीमुद्दीन आदि ने पैगंबर मोहम्मद साहब के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला. शायर अनवर शाकीर ने मोहम्मद हबीबे खुदा बनके आये, जमाने के मुश्किल कुशां बन के आये, खुदा पर रसाइ न होती किसी की, मेरे मुस्तफा ही पता बन के आये, पेश किया. मौके पर मिर्जा खलील बेग,अलाउदीनशाह चिराग, हाजी अब्दुल रज्जाक, क्यूम रुमानी, अंजुमन तरक्की-ए-उर्दू के प्रमंडलीय प्रभारी शमीम अहमद राइन, मुस्तफा, अमजद, मोहम्मद कलाम, मोहम्मद इसलाम, मोहम्मद वशीर, शब्बीर वारसी, अजमल, चांद, पिंकू, जियाउल हसन, मौलाना कारी वसीम आदि मौजूद थे.