चैनपुर. प्रखंड क्षेत्र के भड़गावां पंचायत के ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे हैं. जबकि इस पंचायत के भड़गावां, चट्टीपार, पींडरा, चमरदोहरी, कुरका में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा हर घर नल जल योजना के तहत घर-घर पेयजल पहुंचाने के लिए करोड़ों की लागत से जल मीनार का निर्माण संवेदकों द्वारा कराया गया है. जलमीनार बन गये, घर-घर तक पानी का कनेक्शन भी दे दिया गया. फिर भी पंचायत के ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे हैं. मुखिया पति विजय बैठा ने बताया कि इस पंचायत में 30 जलमीनार बनाये गये हैं. इनके निर्माण में करीब चार करोड़ 50 लाख रुपये खर्च किये गये. लेकिन जलमीनार के निर्माण में अनियमितता बरते जाने के कारण कई जलमीनार से पानी का रिसाव होता है. जबकि कई जलमीनार के बोर में पानी ही नहीं है. अगर किसी जलमीनार में पानी है, तो लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा. क्योंकि जलमीनार से घर तक लगायी गयी पाइप का कनेक्शन ठीक नहीं है. संवेदक ने जैसे-तैसे काम पूरा कर राशि की बंदरबांट कर ली. पंचायत में सबसे बुरा हाल चमरदोहरी गांव का है. यहां करीब 60 घर हैं, जिसमें जलापूर्ति के लिए 16 हजार लीटर क्षमता का जलमीनार लगाया गया है. पानी भी चल रहा है, लेकिन खराब पाइप कनेक्शन के कारण मुश्किल से करीब 10 घरों में पानी मिल रहा है. ग्रामीण पचीया देवी ने बताया कि गांव के लोग स्कूल के एक चापाकल से पानी लाते हैं. जलमीनार से पानी नहीं मिलता है. पींडरा गांव के सनोज राम ने बताया कि जलमीनार तो लगा है, लेकिन बोरिंग में पानी ही नहीं है. जलमीनार लगाने के पूर्व संवेदक से कहा भी गया था कि बोरिंग में पानी नहीं है, लेकिन संवेदक ने किसी की नहीं सुनी. आज स्थिति यह है कि ग्रामीण एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. लोगों का पूरा दिन पानी का जुगाड़ करने में ही बीत जाता है. भड़गावां के कृष्णा चंद्रवंशी ने बताया कि जलमीनार तो लगा, पानी भी है, लेकिन घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है. इस भीषण गर्मी में पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. जैसे-तैसे किसी तरह पानी का जुगाड़ कर रहे हैं.
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