मेदिनीनगर. तीन जून को पांकी प्रखंड के सोरठ गांव में सिंचाई कूप में डूबने से 32 बंदरों की मौत हो गयी थी. तीन सदस्यीय पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा मृत बंदरों का पोस्टमार्टम किया गया था. जिला पशुपालन पदाधिकारी प्रभाकर सिन्हा ने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आ गयी है. पोस्टमार्टम में इस बात की पुष्टि हुई है कि पानी में डूबने के कारण बंदरों की मौत हुई है. पोस्टमार्टम में बंदरों के फेफड़े में पानी भरा हुआ पाया गया है. फेफड़ा में पानी भरने के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है. इससे एसफेकसिया हो जाता है. उसके कारण मौत भी हो जाती है. डीएएचअो ने कहा कि कुआं काफी गहरा था. बंदर पानी पीने के लिए उतरे थे. जिसके बाद वहां से निकल नहीं पाये अौर उनकी मौत हो गयी. मृत बंदरों का पोस्टमार्टम डॉ संतोष रवानी, डॉ रजत सिंह व डॉ दीनबंधु गुप्ता द्वारा किया गया था. पोस्टमार्टम के बाद बंदरों को चूना व नमक डालकर दफना दिया गया था.
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