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भोला टीपीसी का सदस्य
संदर्भ : पारा शिक्षक के अपहृत पुत्र की बरामदगी व चार की गिरफ्तारी मेदिनीनगर : छतरपुर के हुटुकदाग से पारा शिक्षक मनोज पाठक के पुत्र मुकेश पाठक के अपहरण में शामिल भोला रवि टीपीसी से जुड़ा हुआ है. वह नावाजयपुर गांव का रहनेवाला है. कुछ दिन पूर्व वह टीपीसी में काम करता था. उसकी बहन […]
संदर्भ : पारा शिक्षक के अपहृत पुत्र की बरामदगी व चार की गिरफ्तारी
मेदिनीनगर : छतरपुर के हुटुकदाग से पारा शिक्षक मनोज पाठक के पुत्र मुकेश पाठक के अपहरण में शामिल भोला रवि टीपीसी से जुड़ा हुआ है. वह नावाजयपुर गांव का रहनेवाला है. कुछ दिन पूर्व वह टीपीसी में काम करता था. उसकी बहन गायत्री भी टीपीसी संगठन के लिए काम करती है.
पुलिस अधीक्षक मयूर पटेल ने बताया कि इस अपहरण की घटना को अंजाम देने वाला जो गिरोह है, उसके सरगना उदय उरांव व अनिल भुइंया हैं, जो फरार हैं. उसकी गिरफ्तारी के लिए भी छापामारी की जा रही है. एसपी श्री पटेल ने कहा कि पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि आखिर अपराधियों ने मुकेश पाठक को निशाना क्यों बनाया. चूंकि अपहरण का उद्देश्य फिरौती वसूलना था, तो ऐसे में वैसे लोग भी हो सकते हैं, जिनके द्वारा यह कहा गया हो कि उसे निशाना बना देने से पैसे से मिल सकते हैं.
यदि ऐसा है, तो ऐसा करने वाले कौन लोग हैं, पुलिस इसका पता लगायेगी. इस पहलू पर भी गहन अनुसंधान चल रहा है. अनुसंधान के बाद ही सब कुछ स्पष्ट हो पायेगा. अभी कुछ कहना जल्दीबाजी होगी. उन्होंने कहा कि छानबीन के दौरान जो पता चला है, उसके मुताबिक पूर्व में अपहरण की घटना को इनलोगों के द्वारा अंजाम नहीं दिया गया है. एसपी श्री पटेल ने कहा कि पुलिस की सक्रियता के कारण अपहृत की बरामदगी हुई है. जो दो फरार हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए भी सघन छापामारी की जा रही है.
सरगना गिरफ्त से बाहर
अपहृत मुकेश पाठक के चाचा प्रमोद पाठक का कहना है कि अपराधी हमेशा धमकी दे रहे थे. कह रहे थे कि यदि पुलिस को बताया तो जान मार देंगे. अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त होने के बाद मुकेश पाठक का कहना था कि वे लोग आपस में बात कर रहे थे, पैसा लेना है, इसे मारना नहीं है. चाचा प्रमोद पाठक ने बताया कि 16 फरवरी को पाटन-जोंड रोड में अपराधियों ने उनलोगों को बुलाया था. चूंकि वे लोग बच्चे को जान मारने की धमकी दे रहे थे, इसलिए उनलोगों ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी और वे लोग पैसा देने के लिए आये थे. पहले दिन एक लाख, 35 हजार रुपया दिया था.
रात में ही उनलोगों ने पैसा लिया था. फिर पैसे की मांग की थी, तब उनलोगों ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस की सक्रियता के कारण मुकेश की बरामदगी हुई. एसपी श्री पटेल ने बताया कि गिरोह के सरगना फरार है. जो चार अपराधी पकड़े गये हैं, उनके पास पैसे बरामद नहीं हुए हैं. पकड़े गये अपराधियों का कहना है कि पैसे उदय व अनिल भुइयां ने ही रखा है.
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