राशि ले ली, लेकिन आवास अधूरे
मेदिनीनगर : स्लम एरिया की तसवीर बदले, वहां रहनेवाले गरीबों का अच्छा घर हो, इसके लिए आइएचएसडीपी (इंटेग्रेटेड हाउसिंग स्लम डेवलपमेंट प्रोग्राम) शुरू किया गया. इसके तहत आवास निर्माण की योजना थी. वित्तीय वर्ष 2011-12 में लाभुकों को निर्माण के लिए चेक दिया गया था. एक आवास के निर्माण कार्य पर खर्च एक लाख,97 हजार […]
मेदिनीनगर : स्लम एरिया की तसवीर बदले, वहां रहनेवाले गरीबों का अच्छा घर हो, इसके लिए आइएचएसडीपी (इंटेग्रेटेड हाउसिंग स्लम डेवलपमेंट प्रोग्राम) शुरू किया गया. इसके तहत आवास निर्माण की योजना थी. वित्तीय वर्ष 2011-12 में लाभुकों को निर्माण के लिए चेक दिया गया था. एक आवास के निर्माण कार्य पर खर्च एक लाख,97 हजार रुपया है. यह योजना वर्ष 2007-08 में शुरू हुई थी. प्रक्रिया में विलंब होने के कारण जब यह योजना शुरू हुई, तो बीच में ही प्राक्कलन में संशोधन की मांग उठने लगी, उसके बाद राशि भी बढ़ी. अभी आवास पर एक लाख, 97 हजार रुपये खर्च हो रहे हैं.
इसके तहत मेदिनीनगर नगर पर्षद क्षेत्र के स्लम एरिया में रहने वाले 420 लाभुकों को आवास निर्माण का चेक प्रदान किया गया था. पर्षद की जो रिपोर्ट है, उसके मुताबिक 420 लाभुकों में से 23 ऐसे लाभुक हैं, जो चेक लेने के बाद भी कार्य को पूरा नहीं कर सके हैं. इसमें 14 लाभुक ऐसे हैं, जिन्हें अंतिम किस्त की राशि भी दी जा चुकी है. ऐसे लाभुकों के नाम नगर पर्षद ने नोटिस जारी करने का निर्णय लिया है. कार्यपालक पदाधिकारी अरुण कुमार भारती का कहना है कि जिन लाभुकों ने पैसा लेने के बाद आवास का निर्माण नहीं कराया है, उन्हें चिह्न्ति कर लिया गया है. पूर्व में नोटिस दिया गया था. पर उनलोगों ने अपेक्षित ध्यान नहीं दिया. फिर से नोटिस भेजा जा रहा है. यदि इसके बाद भी कार्य पूर्ण नहीं हुआ, तो राशि वापसी के लिए कानून सम्मत कार्रवाई भी की जायेगी. क्योंकि इसी वर्ष के मार्च तक ही कार्य पूरा करने की अवधि है. यदि इसमें जो लोग आवास पूर्ण का उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं देंगे, उनसे राशि की रिकवरी की जायेगी और कार्रवाई भी. क्योंकि सरकारी