अधिकारों को समङों उपभोक्ता
मेदिनीनगर : झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष जस्टिस एनएन तिवारी ने कहा कि उपभोक्ताओं को अधिकार के साथ-साथ कर्तव्यों को भी समझना होगा. बिजली के क्षेत्र में जो भी समस्या है, उसके निराकरण के लिए उपभोक्ताओं की जागरूकता जरूरी है. यदि उपभोक्ता नियमित तौर पर बिजलीका बिल भुगतान कर रहे हैं, तो उन्हें […]
मेदिनीनगर : झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष जस्टिस एनएन तिवारी ने कहा कि उपभोक्ताओं को अधिकार के साथ-साथ कर्तव्यों को भी समझना होगा. बिजली के क्षेत्र में जो भी समस्या है, उसके निराकरण के लिए उपभोक्ताओं की जागरूकता जरूरी है. यदि उपभोक्ता नियमित तौर पर बिजलीका बिल भुगतान कर रहे हैं, तो उन्हें गुणवत्तापूर्ण बिजली मिले यह उनका अधिकार है.
अगर उन्हें यह अधिकार नहीं मिल रहा है, तो वह आवाज उठायें. चुपचाप बैठे न रहें. वह अपनी शिकायत दर्ज करायें. यदि उन शिकायतों पर संबंधित पदाधिकारी द्वारा अपेक्षित कार्रवाई नहीं की जा रही है, तो वह आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज करायें. आयोग ऐसे मामलों में संज्ञान लेगा. लेकिन उपभोक्ता यह मान कर चुप न बैठे रहे कि शिकायत करने के बाद भी कुछ नहीं होने वाला है. पहले वह शिकायत दर्ज करें, फिर उसका असर देखे. अध्यक्ष श्री तिवारी सोमवार को मेदिनीनगर के टाउन हॉल में आयोजित विद्युत उपभोक्ता जागरूकता शिविर में बोल रहे थे.
नियामक आयोग के अध्यक्ष श्री तिवारी ने कहा कि उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण निर्बाध बिजली मिले, यह आयोग की प्राथमिकता है और इस दिशा में आयोग द्वारा सक्रियता के साथ काम किया जा रहा है. शिविर का संचालन महाप्रबंधक केके वर्मा ने किया. शिविर में मुख्य अभियंता सदयचंद मिश्र ने जागरूकता शिविर के उद्देश्य पर प्रकाश डाला. शिविर में आयोग के सचिव केके मेहता, अभियंता प्रमुख सीडी कुमार, रमेशचंद्र ठाकुर, अशोक कुमार, रमेश ठाकुर, संजय कुमार, विभाषचंद्र पाल आदि मौजूद थे.