जले चिराग मगर, तुमको ये ख्याल रहे…
कुंड मुहल्ला में मासिक काव्य गोष्ठीमेदिनीनगर. शहर के कुंड मुहल्ला गढ़वा रोड में नुदरत नवाज के आवास पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया. वज्म ए डॉ शोएब राही के तत्वावधान में आयोजित काव्य गोष्ठी में कई शायरों ने अपनी रचना प्रस्तुत की. इसकी अध्यक्षता शमीम रिजवी व संचालन मिर्जा खलील बेग ताहिर ने किया. […]
कुंड मुहल्ला में मासिक काव्य गोष्ठीमेदिनीनगर. शहर के कुंड मुहल्ला गढ़वा रोड में नुदरत नवाज के आवास पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया. वज्म ए डॉ शोएब राही के तत्वावधान में आयोजित काव्य गोष्ठी में कई शायरों ने अपनी रचना प्रस्तुत की. इसकी अध्यक्षता शमीम रिजवी व संचालन मिर्जा खलील बेग ताहिर ने किया. गोष्ठी में प्रो मकबूल मंजर ने अखबार में दहशत के सिवा कुछ भी नहीं, एख्लाक व मुहब्बत की खबर काट दिया है, नसीम रेयाजी याद तुम्हारी आ जाती है रिमझिम रिमझिम सावन में, अनवर शाकीर ने आप जो बेनकाब हो जाये, होश वाले होश खो जाये कलाम पेश किया. शमीम रिजवी ने जिश्तेफानी में रहेगी ए नजाकत कब तक, शोला जब होगी ये इमानी हरारत कब तक, मिर्जा खलील बेग ने कुदरत के करिश्मा का बखान करते हुए क हा कि क्या खबर थी एक पल में, क्या से क्या हो जायेगा, मां से बेटी, बाप से बेटा जुदा हो जायेगा, नौशाद अहमद खां ने जले चिराग मगर, तुम को ये ख्याल रहे, हमारे हक का उजाला हमें भी मिल जाये ने कलाम पेश किया. गोष्ठी में एमजे अजहर, डॉ इंतेखाब असर,अलाउद्दीन शाह चिराग, नुदरत नवाज आदि ने अपनी रचना प्रस्तुत करेंगे.