आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त

मेदिनीनगर : छठे वेतनमान को लागू करने की मांग को कॉलेज के शिक्षकेतर कर्मी पिछले पांच मई से आंदोलन कर रहे थे. मंगलवार को भी नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में धरना पर बैठे और अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी की. झारखंड विश्वविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ,नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय प्रक्षेत्र के आान पर शिक्षकेतर कर्मी कार्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2015 9:01 AM
मेदिनीनगर : छठे वेतनमान को लागू करने की मांग को कॉलेज के शिक्षकेतर कर्मी पिछले पांच मई से आंदोलन कर रहे थे. मंगलवार को भी नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में धरना पर बैठे और अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी की. झारखंड विश्वविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ,नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय प्रक्षेत्र के आान पर शिक्षकेतर कर्मी कार्य बहिष्कार कर धरना दे रहे थे.
मंगलवार को विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एएन ओझा ने शिक्षकेतर कर्मियों से वार्ता किया. महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष ललित कुमार सिंह ने कर्मचारियों की मांगों को प्रमुखता से रखा. कुलपति को बताया कि पिछले 20 वर्षो से शिक्षकेतर कर्मी पांचवें वेतनमान पर जीने को विवश हैं. जबकि झारखंड में सभी विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारी को छठा वेतनमान का लाभ मिल रहा है. कॉलेज के शिक्षकेतर कर्मियों के साथ भेदभाव की नीति बरदाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि एक माह पहले विश्वविद्यालय प्रशासन को अपनी मांग से अवगत करा दिया गया था.
विश्वविद्यालय ने एक माह का समय लिया था, फिर भी उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं हुआ. कुलपति डॉ ओझा ने कर्मियों को समझाया. वार्ता के क्रम में सहमति बनी कि 30 जून तक छठा वेतनमान लागू कर दिया जायेगा. कुलपति के इस आश्वासन पर महासंघ ने आंदोलन समाप्त किया. महासंघ के अध्यक्ष श्री सिंह ने बताया कि शिक्षकेतर कर्मी बुधवार से काम पर लौटेंगे. मौके पर सत्येंद्र प्रसाद अग्रवाल, अवधकिशोर सिंह, मोहम्मद जमील अख्तर, सुशील सिंह, एकरामुल हक,कन्हैया लाल आदि मौजूद थे.

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