विकृति दूर करती है प्लास्टिक सजर्री
मेदिनीनगर : देवकमल अस्पताल, रांची द्वारा मेदिनीनगर के होटल निर्वाणारेड में सजर्न व चिकित्सकों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में डॉ अनंत सिन्हा व कार्डिलियोजिस्ट डॉ अजय सिंह ने भाग लिया. कार्यशाला में बताया गया कि मानव शरीर में कई विकृतियां हो जाती है. लेकिन प्लास्टिक सजर्री के माध्यम से […]
मेदिनीनगर : देवकमल अस्पताल, रांची द्वारा मेदिनीनगर के होटल निर्वाणारेड में सजर्न व चिकित्सकों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में डॉ अनंत सिन्हा व कार्डिलियोजिस्ट डॉ अजय सिंह ने भाग लिया.
कार्यशाला में बताया गया कि मानव शरीर में कई विकृतियां हो जाती है. लेकिन प्लास्टिक सजर्री के माध्यम से इन विकृतियों को दूर किया जा सकता है. कटे–फटे होंठ, नाक या गला सहित शरीर की अन्य विकृति को दूर करने के लिए ऑपरेशन कर शरीर को सुडौल बनाया जा सकता है.
कार्डिलियोजिस्ट डॉ अजय सिंह ने कई महत्वपूर्ण जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जल जाने के बाद शरीर पर बर्फ, घी आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए, बल्कि ठंडा पानी डालते रहना चाहिए.
मौके पर डॉ आरएन सिंह, डॉ एसबी महतो, डॉ सुशील कुमार पांडेय, डॉ अरुण शुक्ला, डॉ एमपी सिंह, डॉ एससी झा, डॉ एसके सिंह, डॉ संजय तिवारी, डॉ जे लकडा, डॉ एसएस होरो, डॉ नीलम होरो, डॉ उर्मिला श्रीवास्तव, डॉ सीमा, डॉ पूनम सिन्हा, डॉ सैफ, डॉ जेएफ केनेडी, डॉ राजेश, डॉ बी रजक, डॉ किरण सिंह, डॉ राजीव नयन, डॉ आर सिंह, डॉ निखिल, डॉ अजय पाठक, डॉ बी केसरी सहित काफी संख्या में चिकित्सक मौजूद थे.