कल्याण का राह दिखाता है भागवत गीता : गोविंद
मेदिनीनगर : इस्कॉन के प्रचारक गोविंद दत्ता दास ने कहा कि श्रीमद भागवत गीता ऐसा सदग्रंथ है, जो विश्व के मानव जाति को कल्याण का राह दिखाता है. श्रीमद भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने जो संदेश दिया है, उसे आत्मसात करने से ही मानव का कल्याण होगा. प्रचारक गोविंद दत्ता ने विशेष बातचीत के […]
मेदिनीनगर : इस्कॉन के प्रचारक गोविंद दत्ता दास ने कहा कि श्रीमद भागवत गीता ऐसा सदग्रंथ है, जो विश्व के मानव जाति को कल्याण का राह दिखाता है. श्रीमद भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने जो संदेश दिया है, उसे आत्मसात करने से ही मानव का कल्याण होगा. प्रचारक गोविंद दत्ता ने विशेष बातचीत के क्रम में बताया कि वे मूलरूप से यूरोप के स्लोवेनिया देश के निवासी हैं.
उनका मूल नाम जोसेफ है. वे शुरु से ही शांति की तलाश में थे, मगर किसी भी तरह के पूजा-पाठ से उन्हें शांति नहीं मिल रही थी. जब 2003 में श्रीमद भागवत गीता का अध्ययन करने का अवसर मिला, इसके बाद उन्हें थोड़ी राहत मिली.
गीता में भगवान श्रीकृष्ण के उपदेशों को बार-बार पढ़ने से उन्हें एक नयी राह मिली और वे 22 वर्ष की अवस्था में जीवन के उत्थान के लिए अध्यात्म के राह पर चल पड़े. उन्होंने बताया कि गीता के अध्ययन के बाद से ही उनक अंदर संसार के विषय भोग से विरक्ति होने लगी थी और ईश्वर की भक्ति की ओर झुकाव होने लगा था.
उन्होंने कहा कि जब वे इस्कॉन संस्था से जुड़ कर भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में लगे, तब उन्हें यह ज्ञान मिला कि मानव शरीर भोग के लिए नहीं मिला है, बल्कि इसका मूल उद्देश्य परमात्मा की प्राप्ति करना है. गीता के आधार पर चलने से ही शाश्वत सुख-शांति की प्राप्ति होती है. उन्होंने कहा कि जीवन का मुख्य उद्देश्य वैदिक सनातन धर्म का पूरे विश्व में प्रचार-प्रसार करना है.