20 दिन मिली बिजली बिल आया 10 हजार का

मेदिनीनगर : हरिहरगंज प्रखंड के कोठिला गांव के लोग काफी परेशान हैं. वहीं बिजली विभाग की मनमानी से हैरत में भी डूबे हैं. मामला बिजली बिल को लेकर है. गांव के देवनंदन यादव,अकली कुंवर, बबन यादव, सूर्यदेव यादव, सरयु भुइंया, कैलाश भुइंया, फगलु भुइंया, घुरा भुइंया,नगवा कुंवर आदि का कहना है कि पांच वर्ष में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 17, 2015 8:51 AM
मेदिनीनगर : हरिहरगंज प्रखंड के कोठिला गांव के लोग काफी परेशान हैं. वहीं बिजली विभाग की मनमानी से हैरत में भी डूबे हैं. मामला बिजली बिल को लेकर है. गांव के देवनंदन यादव,अकली कुंवर, बबन यादव, सूर्यदेव यादव, सरयु भुइंया, कैलाश भुइंया, फगलु भुइंया, घुरा भुइंया,नगवा कुंवर आदि का कहना है कि पांच वर्ष में मात्र 20 दिन बिजली मिली है, लेकिन बिजली विभाग ने नौ हजार, 769 रुपये का बिल भेज दिया है.
लोगों ने बताया कि राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत वर्ष 2010 में गांव में बिजली पहुंची थी. लोगों को बताया गया था कि बीपीएल परिवार को एक बल्ब नि:शुल्क जलाने के लिए कनेक्शन दिया जायेगा. गांव के कई लोगों ने अपने घरों में बिजली लगायी. 20 दिन नियमित रूप से लोगों को बिजली की रौशन मिली. इसके बाद ट्रांसफरमर जल गया. ट्रांसफरमर बदलने के लिए ग्रामीणों ने विभाग के अभियंता को आवेदन दिया और कई बार कार्यालय भी गये. मगर आज तक ट्रांसफरमर नहीं लगाया गया. 10 दिन पहले गांव के करीब 100 लोगों को बिजली बिल मिला है. जिसमें प्रत्येक व्यक्ति को 9 हजार,769 रूपये का बिल दिया गया है. गांव के लोगों का कहना है कि यह विभाग की मनमानी है.
इस संबंध में ग्रामीणों ने विभाग के हरिहरगंज क्षेत्र के एसडीओ को आवेदन दिया है और बिजली बिल माफ करने की मांग की है.
इधर सीपीआई के जिला सचिव रूचिर कुमार तिवारी ने बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता से मिलकर कोठिला गांव के गरीब बीपीएलधारियों की बिजली बिल माफ करने की मांग की है. कहा है कि इस मामले में विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं की गयी तो ग्रामीणों को गोलबंद आंदोलन किया जायेगा,क्योंकि विभाग ने मनमानी की है.

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