राजस्व कर्मचारी की उपेक्षा न करें

मेदिनीनगर : झारखंड राज्य भूमि सुधार कर्मचारी संघ ने बुधवार को नौ सूत्री मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. इसका नेतृत्व संघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष कुमार शुक्ला कर रहे थे. प्रदर्शन में विभिन्न अंचल के कर्मचारियों ने भाग लिया. प्रदेश अध्यक्ष श्री शुक्ला ने कहा कि राजस्व कर्मचारी राजस्व एवं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 17, 2015 8:52 AM
मेदिनीनगर : झारखंड राज्य भूमि सुधार कर्मचारी संघ ने बुधवार को नौ सूत्री मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. इसका नेतृत्व संघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष कुमार शुक्ला कर रहे थे.
प्रदर्शन में विभिन्न अंचल के कर्मचारियों ने भाग लिया. प्रदेश अध्यक्ष श्री शुक्ला ने कहा कि राजस्व कर्मचारी राजस्व एवं भूमि सुधार कार्यक्रम के क्रियान्वयन की पहली इकाई है. लेकिन राजस्व कर्मचारियों की उपेक्षा सरकार द्वारा की जाती है.
राजस्व कर्मचारी जिस पद पर योगदान करते हैं, उसी पद से सेवानिवृत्त भी हो जाते हैं. उनकी प्रोन्नति नहीं होती, जबकि एक कनीय अभियंता की प्रोन्नति अधीक्षण अभियंता तक होती है. उन्होंने कहा कि प्रोन्नति के अभाव में राजस्व कर्मचारियों की कार्य दक्षता में कमी होती है.
इस बिंदु पर सरकार को गंभीरता से सोचना चाहिए. प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने बायोमेट्रिक सिस्टम से उपस्थिति दर्ज कराने की प्रक्रिया का विरोध किया. कहा कि राजस्व कर्मचारी फील्ड वर्कर हैं. आम जनता के काम से उन्हें फील्ड में रहना पड़ता है, ऐसी स्थिति में बायोमेट्रिक सिस्टम से प्रतिदिन उपस्थिति दर्ज कराना उनलोगों के लिए संभव नहीं है.
इससे मुक्त करने की जरूरत है. धरना में शामिल कर्मचारी अपने मांगों के समर्थन एवं सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
प्रदर्शन के बाद नौ सूत्री मांगपत्रउपायुक्त को सौपा गया. प्रदर्शन में संघ के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार तिवारी, जिला मंत्री उदल राम, राजकुमार चौरसिया, सतीश कुमार, विजय सिंह, प्रमोद सिंह, रमेश प्रसाद, आलोक सिंह, जयशंकर पाठक, ललित बैठा, महेंद्र राम, शशि कुमार, निरंजन कुमार, अरविंद मिश्रा, कन्हाई राम, उमेश यादव, विंध्याचल ठाकुर, रणविजय ठाकुर, दिवाकर दुबे, सुरेश सिंह आदि शामिल थे.

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