सरकार ने होमगार्ड डीजी से स्पष्टीकरण पूछा
सरकार ने होमगार्ड डीजी से स्पष्टीकरण पूछाडीजी होमगार्ड पद से हटायी गयी आशा सिन्हाडीआइजी होमगार्ड को भी हटाया गयामुख्यालय में योगदान देंगे दोनोंवरीय संवाददाता, रांचीसरकार ने होमगार्ड के डीजी आशा सिन्हा और डीआइजी मृत्युंजय कुमार को उनके पद से हटा दिया है. इसके साथ ही सरकार ने आशा सिन्हा से दो बिंदुओं पर स्पष्टीकरण की […]
सरकार ने होमगार्ड डीजी से स्पष्टीकरण पूछाडीजी होमगार्ड पद से हटायी गयी आशा सिन्हाडीआइजी होमगार्ड को भी हटाया गयामुख्यालय में योगदान देंगे दोनोंवरीय संवाददाता, रांचीसरकार ने होमगार्ड के डीजी आशा सिन्हा और डीआइजी मृत्युंजय कुमार को उनके पद से हटा दिया है. इसके साथ ही सरकार ने आशा सिन्हा से दो बिंदुओं पर स्पष्टीकरण की मांग की है. जारी अधिसूचना के मुताबिक, दोनों अधिकारियों से कहा गया है कि वह पुलिस मुख्यालय में योगदान दें. दोनों अधिकारियों को पोस्टिंग नहीं दी गयी है. पिछले दिनों होमगार्ड डीजी आशा सिन्हा ने एक फरजी आवेदन को मुख्य सचिव के यहां भेजते हुए डीआइजी मृत्युंजय कुमार के खिलाफ जांच करने और उनका तबादला करने का आदेश दिया था. आवेदन में डीआइजी पर महिला होमगार्ड द्वारा यौन शोषण करने का आरोप लगाया गया था. इसी मामले को लेकर दोनों के खिलाफ सरकार ने यह कार्रवाई की गयी है. आवेदन की प्रारंभिक जांच क्यों नहीं कीसरकार ने जिन दो बिंदुओं पर स्पष्टीकरण की मांग की है. उसमें पहला यह है कि उन्होंने रांची जागरण मंच के आवेदन की प्रारंभिक जांच क्यों नहीं की. बिना जांच किये ही मामले को सरकार के पास कैसे भेज दिया. डीजी से इस बात का भी जवाब देने को कहा गया है कि बहुमंजिली इमारत के नक्शा पास करने के लिए फायर क्लीयरेंस की फाइलें डीआइजी के पास क्यों नहीं भेजी जाती थी. उल्लेखनीय है कि डीआइजी मृत्युंजय कुमार ने सरकार को दिये आवेदन में कहा है कि फायर क्लीयरेंस की फाइलें स्टेट फायर अफसर से सीधे डीजी होमगार्ड व अग्निशमन विभाग के पास भेज दी जाती है. इसका विरोध करने की वजह से डीजी होमगार्ड और डीआइजी के बीच विवाद चल रहा था.