दो बार टेंडर के बाद भी नहीं मिला टोल अॉपरेटर

दो बार टेंडर के बाद भी नहीं मिला टोल अॉपरेटरआदित्यपुर-कांड्रा सड़क के लिए टोल टैक्स वसूली पर लगा ग्रहणप्रमुख संवाददाता, रांची दो-दो बार टेंडर होेने के बाद भी आदित्यपुर-कांड्रा सड़क के लिए टोल अॉपरेटर नहीं मिला है. कोई भी टोल टैक्स वसूली के लिए तैयार नहीं है. टोल टैक्स वसूली करने वालों की तलाश करीब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2015 7:19 PM

दो बार टेंडर के बाद भी नहीं मिला टोल अॉपरेटरआदित्यपुर-कांड्रा सड़क के लिए टोल टैक्स वसूली पर लगा ग्रहणप्रमुख संवाददाता, रांची दो-दो बार टेंडर होेने के बाद भी आदित्यपुर-कांड्रा सड़क के लिए टोल अॉपरेटर नहीं मिला है. कोई भी टोल टैक्स वसूली के लिए तैयार नहीं है. टोल टैक्स वसूली करने वालों की तलाश करीब एक साल से की जा रही है. पहली बार के टेंडर में सहमति नहीं बनी, तो विभाग को दूसरी बार टेंडर निकालना पड़ा. इस बार भी सरकार द्वारा तय शर्त पर कोई तैयार नहीं हुआ. अब विभाग को तीसरी बार टेंडर निकालना पड़ेगा. टोल अॉपरेटर नहीं मिलने से विभाग को काफी परेशानी हो रही है. विभाग को राजस्व प्राप्त नहीं हो रहा है. ऐसे में विभाग जो पैसा सड़क बनानेवाली एजेंसी जेएआरडीसीएल को दे रहा है, उसकी भरपाई नहीं हो रही है. फोर लेन बनी है सड़कयह सड़क फोर लेन की है. यह इंडस्ट्रीयल कोरिडोर को भी जोड़ती है. इससे उस इलाके के औद्योगिक विकास को काफी बल मिल रहा है. संशय है टैक्स वसूली परयहां टोल अॉपरेटर नहीं मिलने का कारण टैक्स वसूली में संशय है. टोल अॉपरेटर यह काम लेने से कतरा रहे हैं कि कहीं टेंडर लेने के बाद वे फंस न जायें. टैक्स की वसूली न हो, यह भय उनमें है. इस पर विभागीय अफसरों का कहना है कि झारखंड में एन्युटी सिस्टम का माहौल बनाना होगा, यानी लोगों को बेहतर सुविधा प्राप्त करने के एवज में भुगतान के लिए प्रेरित करना होगा. तभी सिस्टम सफल हो सकेगा.

Next Article

Exit mobile version